भारतीय जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय दीनदयाल उपाध्याय को कृतज्ञ राष्ट्र ने किया नमन- राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने पुष्पांजलि अर्पित कर किया याद
समावेशित विचारधारा के समर्थक व भारतीय जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर आज पूरे राष्ट्र ने उन्हें याद किया और समाज को दिये उनके योगदान को याद किया। शिमला में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राजभवन में दीनदयाल उपाध्याय की 104वीं जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका जीवन सामाजिक सदभाव और देशभक्ति का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय दूरदर्शी, महान बुद्धिजीवी और प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे, जिन्होंने जमीनी स्तर पर भारत के लोगों के उत्थान के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने कहा कि पण्डित दीनदयाल के अभिन्न मानवता के सिद्धांत और भारतीय अर्थ व्यवस्था की आत्मनिर्भरता पर विशेष बल ने देश को समावेशी विकास प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में कार्य किया है।
वहीं मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने डाॅ. इंद्र सिंह ठाकुर द्वारा लिखित पुस्तक ‘पंडित दीन दयाल उपाध्याय का जीवन दर्शन’ का विमोचन किया।
इस पुस्तक में महान विचारक और राष्ट्रवादी पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जीवन और कार्यों पर प्रकाश डाला गया है।
मुख्यमंत्री ने लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक शोधकर्ताओं, विद्वानों और विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।
डाॅ. नरेश वर्मा और प्रोफेसर मनोज मेहता भी इस अवसर पर उपस्थित थे।