अंतर्राष्ट्रीय शिमला ग्रीष्मोत्सव में महिलाओं की महानाटी ने बढ़ाई रौनक,पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों ने उठाया आनन्द
अंतर्राष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव शिमला 2024 के आखिरी दिन आज यहां पुलिस सहायता कक्ष के समीप महानाटी का आयोजन किया गया, जिसमें एकीकृत बाल विकास परियोजना शिमला व मशोबरा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की लगभग 300 महिलाओं ने भाग लिया।
अंतर्राष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव में प्रतिदिन बहरूपिया और कच्छी घोड़ी नृत्य का आयोजन किया गया, जो लोगों और बच्चों के आकर्षण का केन्द्र बना।
बहुरूपिए अपना रूप चरित्र के अनुसार बदल लेते हैं और उसी के चरित्र के अनुरूप अभिनय करने में प्रवीण होते हैं। अपने श्रृंगार और वेषभूषा की सहायता से वे वही चरित्र लगने लग जाते हैं, जिसके रूप की नकल वह करते हैं।
कच्छी घोड़ी नृत्य नकली घोड़ों पर किया जाता है। पुरुष बेहतर चमकते दर्पणों से सुसज्जित फैंसी ड्रेस पहनते है ,और नकली घोड़ों पर सवारी करते हैं।
जिला उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि शिमला ग्रीष्मोत्सव 2024 में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है इसी में से महिलाओं द्वारा महानाटी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महानाटी से महिलाओं ने नारी सशक्तिकरण का संदेश दिया, जिसमें अन्य स्थानीय महिलाओं और पर्यटकों ने भी उनके साथ नाटी डाली।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा, जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पॉल ने भी नाटी में शामिल हुए ।