राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने सेवानिवृत्त शिक्षक व साहित्यकार गुरुदत्त शर्मा की चौथी पुस्तक “पहाड़ बोलते हैं” का किया विमोचन, राज्यपाल ने लेखक के प्रयासों को सराहा
आज प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शिक्षा विभाग से सेवा निवृत्त शिक्षक और साहित्यकार गुरु दत्त शर्मा की चौथी पुस्तक “पहाड़ बोलते हैं” का विमोचन राजभवन में किया। यह एक कहानी संग्रह है।
इससे पूर्व गुरुदत्त शर्मा की तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिसमें ‘भोर का तारा’ कहानी संग्रह है, जबकि ‘जनता सोच रही है’ व ‘प्रगति जारी है’ व्यंग्य संग्रह हैं। राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने लेखक के प्रयासों की सराहना की और इसमें लिखी गई कहानियों को बेहद रोचक व शिक्षा प्रद बताया ।
राज्यपाल ने लेखक को भविष्य में भी इसी तरह के प्रयास जारी रखने का आह्वान किया ताकि भावी पीढ़ी को अच्छे लेख व कहानियां पढ़ने को मिले । उन्होंने आज के डिजिटल काल में मोबाइल,कम्प्यूटर और टी वी से दूर रखने और किताबों से जोड़ने के लिए अच्छी पुस्तकों के प्रकाशन को महत्वपूर्ण बताया । लेखक व साहित्यकार गुरुदत्त शर्मा के साथ इस मौके पर उनके अनुज लायक राम शर्मा और अन्य परिवार के सदस्य व मित्रगण भी मौजूद रहे । इस मौके पर लेखक गुरुदत्त ज़हरम ने राज्यपाल के उत्साहवर्धन के लिए उनका आभार जताया सुर इसे भविष्य के लिए प्रेरणास्रोत बताया ।
गुरुदत्त शर्मा शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के गढेरी गांव से सम्बंधित है और उन्हें साहित्य के क्षेत्र में गहरी रुचि है । ये पूरे क्षेत्र खासतौर पर युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं ।