बिजली सब्सिडी छोड़ने के मुख्यमंत्री के आह्वान पर भाजपा अध्यक्ष डॉ बिंदल ने बोला हमला,कहा- शोशा छोड़ हीरो बनने को कोशिश करते है मुख्यमंत्री,जनता को 300 यूनिट बिजली फ्री का वादा कर कांग्रेस के नेता आज ज्ञान बांट रहे है
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस की आपसी खींचतान और लड़ाई से हिमाचल प्रदेश की जनता को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। अब तो नौबत ऐसी आ गई है कि कांग्रेस के मंचों के ऊपर बड़े बड़े नेताओं के अंदर खुले आम तू-तू मैं-मैं की स्थिति उत्पन्न हो गई है । हर्षवर्धन और राम कुमार के बीच आरोप प्रत्यारोप के क्रम ने सरकार की पोल खोल दी है और इस मामले पर मुख्यमंत्री चुपी साधे हुए है। इसी प्रकार प्रेम कौशल और संजय रतन के बयान भी खुल कर सामने आए है अर्थात प्रदेश सरकार की दाल में कुछ काला नहीं है, पूरी दाल ही काली है। हमें कॉंग्रेस में कुछ आपस में खटपट हो, उसकी कोई चिंता नहीं, पर सरकार, प्रदेश की जनता इसके कारण त्रस्त है और कोई इसका संज्ञान लेने वाला नहीं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस में संगठन तो बचा नहीं है जो इसका संज्ञान ले । सभी कांग्रेस के नेता केवल अपनी छवी सुधारने के कार्यक्रम चला रहे है, इस सरकार ने कोई सलाहकार नियुक्त किए होंगे जो छवी सुधार अभियान चला रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री हर तीन महीने बाद एक शोशा छोड़ते हैं और उसको छोड़ के वो हीरो बनने की कोशिश करते हैं, सीएम बोले बिजली की सबसीडी छोड़ दो। सीएम खुद छोड़ते है और अगर इसका मूल्य देखो तो वह केवल 100 रु है और इससे आप प्रदेश की क्या चिंता करना चाहते है। जब सरकार बनानी थी वोट लेने थे तब आप 22 लाख बिजली उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली फ्री दे रहे थे , अब दो साल के बाद सरकार के मंत्री ज्ञान बांट रहे हैं की सरकार के पास पैसा नहीं है सब्सीडी कहां से दे सकेंगे और अब मुख्यमंत्री जी को भी ज्ञान आ गया, 2022 के चुनाव में बंद कमरे में हिमाचल प्रदेश की जनता को ठगने की योजना इन्होंने बनाई और इन्होंने सत्ता हड़प ली। 300 यूनिट बिजली कहां गए यह प्रदेश की जनता जानना चाहती है, स्कूल के बच्चों को फ्री वर्दी मिलती थी, हजारों लाखों मरीजों का फ्री इलाज होता था वो कहां गया ? सीएम तो नाखून कटा करके शहीद होना चाहते हैं।
उन्हें कहा को भाजपा को गाली देना और भाजपा पर दोषारोपण करना कांग्रेस पार्टी का फैशन हो गया है। कांग्रेस की सरकार कहती है कि नौकरियां दे दी पर सच्चाई तो यह है कि प्रदेश में लाखों नौकरियां छीन ली गई है, एक साल से आउटसोर्स कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है।
बिंदल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज से पूर्व कांग्रेस राज में स्कूटर पर सेब ढोए जाते थे अब तो पानी भी ढोया जाता है, ठियोग पानी कांड में यह चीज स्पष्ट हुई है। साथ ही यह सरकार उद्योगपतियों पर मेहरबान है इसलिए गति शक्ति योजना के अंतर्गत 7 करोड़ रु की राशि एक उद्योगपति की दीवार निर्माण पर खर्च दिया गया यह ही नहीं प्रदेश में ट्रेज़री खाली एवं बंद है पर इस उद्योगपति के लिए 2.50 करोड़ की राशि अलग से वितरित कर दी गई।