राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर गेयटी थियेटर में “परिधानिका ” फैशन शो का आयोजन, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने किया उदघाटन,विश्व के बाजारों में हिमाचली उत्पाद मचाएंगे धूम

हिमाचल प्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम लिमिटेड की ओर से 11वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर गेयटी थियेटर में परिधानिका (परम्परा और आधुनिकता का संगम) फैशन शो का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में उद्योग, संसदीय मामले, श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता प्रदेश के पारंपरिक उत्पादों को देश दुनिया के हर कोने तक पहुंचाना है। हमारा लक्ष्य यूरोपियन देशों, अमेरिका आदि के बाजारों के हिसाब से उत्पाद तैयार करना है। हमारे हिमाचल के शॉल और मफलर को अब अंतराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से तैयार करवाया जाएगा। इसके लिए हम हथकरघा और बुनकरों को डिजाइन मुहैया करवाएंगे। यही नहीं अगर किसी विशेष प्रशिक्षण की जरूरत हुई तो उसकी व्यवस्था भी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि परिधानिका फैशन शो में प्रदेश के पारंपरिक वस्त्रों को आधुनिकता के हिसाब से अपडेट करके प्रदर्शित किया गया है। यह वस्त्र काफी शानदार डिजाइन किए है। हमें पूरी उम्मीद है कि युवा पीढ़ी को इस तरह के वस्त्र पसंद आएंगे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम लिमिटेड के कार्यों की प्रशंसा की।




शिमला में जल्द खोला जाएगा एक्टिंग संस्थान
उन्होंने कहा कि शिमला में जल्दी ही एक्टिंग संस्थान खोला जाएगा। सरकार के पास एक कंपनी ने आवेदन किया है। इस दिशा में हम प्रयास कर रहें है। इस संस्थान के खुलने से बच्चों और युवाओं को काफी फायदा होगा। उन्हें अभिनय, गायन सीखने के लिए प्रदेश से बाहर रुख नहीं करना पड़ेगा। हमारे प्रदेश में हुनर की कमी नहीं है। अगर प्रदेश के बच्चों को सही मंच मिले तो वह अपने हुनर को निखार सकते है और अपने क्षेत्र के साथ प्रदेश का नाम भी रोशन कर सकते हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) आर डी नजीम ने कहा कि
हमारे हस्तशिल्प और हथकरघा से बने उत्पादों की मांग दुनिया में हो रही है। इन्हें हम देश के कोने-कोने में प्रदर्शनी लगाने के लिए फ्री स्टॉल देते है। हम हिमाचल के उत्पादों लिए बाजार मुहैया करवा रहे हैं।
प्रबंधक निदेशक, हिमाचल प्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम लिमिटेड ऋचा वर्मा ने कहा कि सरकार का लक्ष्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। कुटीर उद्योग के क्षेत्र में कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। गेयटी में हस्त शिल्प और हथकरघा से बने उत्पादों की प्रदर्शनी की सभी ने सराहना की है।
कार्यक्रम के दौरान हिमाचल प्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम लिमिटेड की ओर से सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।
इन्हें किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान मुख्यातिथि ने संजय शॉल इंडस्ट्री से संजय कुमार, मैसर्ज सुहानी से सुनीता ठाकुर, कौशल्या हैंडलूम से कौशल्या देवी, संधू वूलन शॉल से इंदिरा, द हिमाचल ट्रेडिशन से अजय शर्मा, पराशर हैंडलूम से जगदीश कुमार, मैसर्ज संस्कृति से नितिन राणा और हैंडलूम लाइव डेमोंस्ट्रेशन से टेक चंद को प्रदेश की समृद्ध संस्कृति को हिमाचली परिधानों के माध्यम से बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किया गया।
यह भी रहे मौजूद
इस अवसर पर स्थानीय विधायक हरीश जनारथा,
नगर निगम शिमला महापौर सुरेंद्र चौहान, उप महापौर उमा कौशल, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, नगर निगम आयुक्त भूपिंदर अत्री, एचपीएसआईडीसी के निदेशक रमेश, हिमाचल प्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम लिमिटेड के जनरल मैनेजर अनिल ठाकुर सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।