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6 महीने बाद प्रदेश के बहु चर्चित इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले में सीबीआई ने की बड़ी कार्रवाई,ए.स.आई.पंकज शर्मा को घुमारवीं से किया गिरफ्तार

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10 मार्च 2025 करीब 6 महीने पहले हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के होनहार इंजीनियर विमल नेगी रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हो गए थे । तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि ये ईमानदार और कर्मठ अधिकारी कभी वापिस नहीं लौटेगा लेकिन किस्मत ने न तो विमल नेगी और न ही उनके परिजनों का साथ दिया और एक सप्ताह के बाद 18 मार्च को एक ऐसी अनहोनी ने दस्तक दी जिसे विमल नेगी के परिवार को हिला कर रख दिया और ऊर्जा निगम के उच्चाधिकारियों की कार्यशैली को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया । उस मनहूस दिन को शिमला से करीब सौ किलोमीटर से भी दूर बिलासपुर की गोबिंदसगर झील से विमल नेगी का शव ब्रसमद किया गया । इस रहस्यमयी घटना को प्रदेश पुलिस और विभागीय अधिकारियों व सरकार ने इसे आत्महत्या करार दिया लेकिन ये बात विमल नेगी के परिवारजनों और उनके साथी कर्मचारियों के गले नहीं उतर रही थी व्व शुरू से ही निष्पक्ष जांच की मांग करते रहे आखिरकार चौतरफा दबाव के चलते न चाहते हुए भी सरकार को इस दर्दनाक घटना की जांच सीबीआई को सौंपनी पड़ी । इस वाक्ये को हुए 6 महीने से अधिक का वक्फा गुजरने के बाद आज अंततः सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निलंबित एएसआई पंकज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया । आज रविवार करीब तीन बजे सीबीआई की टीम ने पंकज को बिलासपुर जिले के घुमारवीं से हिरासत में लिया और उसे रिमांड पर लेने के लिए अदालत में पेश किया जाएगा ।

विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने पंकज शर्मा के घर पर छापेमारी कर कुछ अहम दस्तावेज बरामद किए थे, जिन्हें जांच के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आरोप है कि पंकज शर्मा ने बिलासपुर जाकर विमल नेगी की पेन ड्राइव और लैपटॉप अपने कब्जे में लिया और उसमें से कई महत्वपूर्ण डाटा डिलीट कर दिया। यही कारण था कि सीबीआई ने उसे लगातार पूछताछ के बाद गिरफ्तार करने का निर्णय लिया।

इससे पहले भी सीबीआई ने पंकज शर्मा से कई दौर की पूछताछ की थी। विमल नेगी के शव से मिली पेन ड्राइव को छिपाने और फॉरमेट करने पर उससे लंबी पूछताछ हुई थी। हालांकि वह किसी भी जांच टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन उस पर मृतक की जेब से पेन ड्राइव निकालने और साक्ष्य नष्ट करने के आरोप लगे। इस पूरे मामले की जांच में सीबीआई लगातार पावर कारपोरेशन से कब्जे में लिए गए रिकार्ड की पड़ताल कर रही है। साथ ही, नेगी की पत्नी किरण नेगी और उनके भाई सुरेंद्र नेगी के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। सीबीआई की जांच का दायरा पावर कारपोरेशन के तत्कालीन अफसरों और कर्मचारियों तक भी फैला हुआ है। इस मामले में पहले ही पावर कॉर्पोरेशन के तत्कालीन एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक देशराज को गिरफ्तार किया गया था, हालांकि वे फिलहाल जमानत पर हैं।

सी बी आई की इस कार्रवाई से दिवंगत विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी और भाई सुरेन्द्र नेगी को बड़ी राहत मिलेगी और अब उनके भीतर इंसाफ की उम्मीद भी जगी है ।

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