पुष्पनगरी बैंगलुरू से आई शीतला माता देवभूमि में स्थापित, कैलाश आश्रम में मुख्यमंत्री सुक्खू और धर्मगुरु श्री श्री ने दीप प्रज्जवलित कर की स्थापना
आज 18 नवंबर को धर्मशाला स्थित आर्ट ऑफ लिविंग के राज्य कैलाश आश्रम में दक्षिण भारतीय शैली में नवनिर्मित देवी मंदिर में सुबह 4 बजे बैंगलूरू आश्रम से आए प्रमुख पंडित सुंदर मूर्ति व अन्य 6 पंडितों के गहन मंत्रोच्चारण के साथ गुरुदेव श्री श्री रविशंकर द्वारा शीतला माता और पंजपीरी पींडी की विधिवत स्थापना की गई। देवी शीतला माता की पूजा, अर्चना 8 बजे संपन्न हुई।

इस अवसर पर गुरुदेव ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए भक्ति और मुक्ति चाहिए, और समाज में सफलता के लिए युक्ति और शक्ति चाहिए। सुदर्शन क्रिया, ज्ञान और ध्यान से भक्ति, युक्ति, शक्ति और मुक्ति – ये चारों जीवन में सहजता से खिलती हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दीप प्रज्जवल कर माता का आशीष लिया और प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की ।
इस अवसर पर स्थानीय व प्रदेश भर से आए हुए श्रादलुओं ने गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के सानिध्य में आयोजित पूजा व सत्संग का आनंद लिया। गौरतलब है कि आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के अन्तर्राष्ट्रीय आश्रम मुख्यालय बैंगलूरू से 10 नवंबर को शीतला माता देवी यात्रा आरंभ हुई थी , ये यात्रा आर्ट ऑफ लिविंग के हैदराबाद, नागपुर, जबलपुर, दिल्ली, चंडीगढ़ आश्रमों से होती हुई 16 नवंबर 2025 को धर्मशाला आश्रम में पहुंची । देवी आगमन पर आश्रम में स्थानीय व प्रदेश भर से आए हुए श्रादलुओं ने कुल्लू से विशेष रुप से आमंत्रित वाद्ययंत्रों द्वारा भव्य स्वागत किया । 17 नवंबर को आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के संस्थापक व धार्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर द्वारा कैलाश आश्रम में रुद्र पूजा संपन्न हुई। आज माता की मूर्ति स्थापना के मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुदेव श्री श्री रविशंकर का इस पुनीत कार्य के लिए आभार जताया और कहा कि इससे प्रदेश सरकार के धार्मिक पर्यटन को विकसित करने के प्रयास को पंख लगेंगे और जिला कांगड़ा में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की आमोदरफ़्त बढ़ेगी । शीतला माता के भव्य मंदिर में मूर्ति स्थापना के बाद इस खूबसूरत कैलाश आश्रम का मनोरम व अलौकिक दृश्य देखते ही बनता है ।
