कांग्रेस ने राज्य सरकार पर लगाए बागवानों की अनदेखी के आरोप ,बागवानी मंत्री को बागवानों से माफी मांगने को कहा
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि उसकी तरफ से बागवानो के हितों की रक्षा के लिए कोई भी प्रयास नही किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि सेब के गिरते दामों को लेकर बागवान हताश है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
आज शिमला में पत्रकार वार्ता में कुलदीप सिंह राठौर ने सरकार पर बागवानो की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अडानी को सरकार ने कोल्ड स्टोरेज के लिए जमीन लीज पर इस अनुबंध के साथ दी थी कि वह बागवानो के हितों की पूरी रक्षा करेंगे।उन्होंने कहा कि आज यही अडानी बागवानो का शोषण कर रहें है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसे कतई बर्दाश्त नही करेगी और इसका डट कर विरोध होगा।
राठौर ने कहा की एचपीएमसी की नीतियां भी बागवानी विरोधी है।एचपीएमसी ने अपने कोल्ड स्टोर निजी हाथों में किराए पर दे दिए है।उन्होंने कहा की बागवानो को इन कोल्ड स्टोरेज में अपनी सेब की फसल रखने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
राठौर ने बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनके बयानों से साफ है कि वह न तो बागवानी की कोई समझ रखते है और न ही उनके हितेषी है।उन्होंने उनके उस बयान में जिसमें उन्होंने कहा है कि बागवानो को सेब खुले में ट्रे में बेचने चाहिए।उन्होंने इसे जले पर नमक छिड़कने की संज्ञा देते हुए कहा उन्होंने कि उनके इस बयान से उनकी बागवानो के प्रति उनकी मानसिकता साफ इंगित होती है।उन्होंने कहा कि ऐसा संभव ही नही है कि कोई बागवान सेब की ट्रे लेकर सड़क किनारे बैठ कर अपनी फसल बेचे।उन्होंने बागवानी मंत्री को अपने इस बयान के लिए बागवानो से माफी मांगने को कहा।
राठौर ने शहरी विकास मंत्री को भी आड़े हाथ लेते हुए उन्हें अपनी भाषा मे सयंम रखने और सोच समझ कर उनपर कोई टिक्का टिप्पणी करने के प्रति सचेत किया।उन्होंने उनपर की गई उनकी टिप्पणी पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि उनकी शालीनता की परीक्षा लेने की भूल न करें।उन्होंने कहा कि वह बताए कि शिमला जिला से सम्बंध रखने के बाबजूद उन्होंने बागवानो के हितों की रक्षा के लिए क्या किया।
कुलदीप सिंह राठौर ने भाजपा नेताओं के प्रदेश में नए जिलों के गठन के प्रस्ताव और विचार को महज एक चुनावी शगूफा बताया।उन्होंने कहा कि सरकार पहले यह बताए कि नए जिलों के प्रस्ताव की कार्य योजना क्या है।इसके लिए पैसा कहा से आएगा।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जहां जहां उप चुनाव है,वहां सब तहसीलें, उप मंडल कार्यलय व अन्य कई घोषणाएं कर रहें है,जबकि प्रदेश सरकार के पास पैसा ही नही है।सरकारी कर्मचारियों के वेतन भत्ते कर्ज लेकर दिए जा रहें है।
राठौर ने सरकार के जनमंच कार्यक्रम फिर से शुरू करने पर सवाल किया कि एक तरफ कोरोना की तीसरी लहर का डर,क्या कोरोना नही फैलेगा।उन्होंने कहा कि सरकार ने एकतरफ भीड़ पर अंकुश लगा रखा है और दूसरी तरह अपने समारोह में भीड़ जुटा रहें है।उन्होंने कहा कि वैसे भी जनमंच से कुछ हासिल नही हुआ है।केवल अधिकारियों की लोगों के समक्ष डांट फटकार का ही यह मंच है।
गैस सिलेंडर के बढ़े दामों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि जबतक भाजपा सत्ता में बैठी रहेगी,तबतक महंगाई इसी रफ्तार से बढ़ती रहेगी।
कांग्रेस के खिलाफ चार्जशीट के सवाल के जवाब में राठौर ने कहा कि चार साल से तो सरकार ने कोई जांच नही की।उन्होंने कहा कि अब चुनाव नजदीक आते,अधिकारियों पर दवाब बनाने और लोगों में भ्रम पैदा करने की एक असफल कोशिश है,कांग्रेस इससे कदापि डरने वाली नही।