कोरोना काल में अपने घरों के भीतर रहने को मजबूर उम्रदराज व अस्वस्थ सेवानिवृत अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए मसीहा बने हिम आंचल पेंशनर्स संघ चच्योट के सदस्य
कोरोना काल में उम्रदरााज खास तौर पर अस्वस्थ और चलने फिरने में असमर्थ सेवानिवृत्त पेंशन भोगियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपनेे घरों से बाहर निकल कर अपनेेेे जीवन प्रमाण बनानेे की थी हालांकि सरकार ने जीवन प्रमाण पत्र बनानेे के निश्चित समय अवधि बढ़ा दी थी लेकिन बावजूद उसके इन पेंशन धारियों को प्रमाण पत्र बनाने की चिंता तो स्वता ही रही थी ऐसे में हिमांचल पेंशनर्स संघ चच्योट इनके लिए किसी मसीहा की तरह सामने आया है । गौहर से हमारे संवाददाता हरीश चौहान से बात करते हुए संंघ के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि उम्रदराज व अस्वस्थ सेवानिवृत्त अधिकारियों व कर्मचारियों को खंडवार उनके घर द्वार पर उनके संघ की ओर से प्रमाण पत्र बनवाए जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि संघ के सेवानिवृत्त सदस्य मुहिम को लेकर काफी खुश हैं और परेशानी, समय तथा होने वाली बचत के कारण संघ के पदाधिकारियों की कार्यप्रणाली से काफी संतुष्ट हैं। संघ संस्थापक डॉ. अमर नाथ शर्मा ने कहा कि संघ के पदाधिकारियों का यह एक प्रशंसनीय कार्य है। जिसके द्वारा उम्रदराज पेंशनर्स को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं रही है। इसी पर महिला विंग लक्ष्मी आर्य ने कहा की चच्योट खंड का यह कार्य बड़ा मायने रखता है कि बुजुर्ग व किसी बीमारी से ग्रस्त पेंशनर जिन्हें उनके घर द्वार पर ही सुविधाओं को मुहैया करवाया जा रहा है। संघ की कार्यकारिणी का सरहानीय कदम है। संघ द्वारा सेवानिवृत्त पेंशनर्स को दी जा रही सुविधा से जहां एक ओर लाभार्थी कई परेशानियों से मुक्त रहेंगे वहीं उन्हें आर्थिक नुकसान से भी निजात मिल रही है। जिसके लिए चच्योट खंड के प्रधान बधाई के पात्र हैं।संघ के प्रधान ने स्पष्ट किया कि कार्यकारिणी के द्वारा जहां भी यह कार्य किया वहां प्रशासनिक निर्देशों का पालन करते हुए मास्क का उपयोग व उचित दूरी का हर संभव ख्याल रखा गया। उन्हों ने कहा कि पूरी कोशिश करने के उपरांत भी कोई पेंशनर साथी बंचित रह गया हो तो वह संघ कार्यलय अटल मार्केट चैल चौक में आकर भी जीवन प्रमाणपत्र बना सकते हैं ।