प्रदेश कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, पार्टी के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने प्रदेश संचालन समिति के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
प्रदेश कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं और आज एक ऐसा ही बड़ा झटका कांग्रेस पार्टी के एक हस्ताक्षर माने जाने वाले दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने दिया है । हाल ही में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आनंद शर्मा को हिमाचल प्रदेश संचालन समिति का अध्यक्ष बनाकर उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए एक बड़ी ज़िम्मेदारी दी थी लेकिन आनंद शर्मा ने अपनी अनदेखी के चलते नाराज़ होकर अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है । आनंद शर्मा को जी-20 का प्रमुख सदस्य भी माना जाता रहा है । जम्मू कश्मीर में गुलाम नबी आजाद के बाद अब हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस के दिग्गज नेता ने जिस तरह से खुद को मिली ज़िम्मेदारी से अपने हाथ पीछे खींचे हैं उससे यह तो लगभग तय है कि इससे कांग्रेस पार्टी का हाथ कमजोर हो सकता है । विश्वस्त सूत्रों की माने तो आनंद शर्मा ने इस बात को स्वीकार किया है कि वे आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार अवश्य करेंगे लेकिन उनके इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर खेमें बाजी बढ़ने और कार्यकर्ताओं का विश्वास कमजोर होने की आशंका तो बढ़ ही जाती है । प्रदेश में आनंद शर्मा का पार्टी के भीतर एक अलग स्थान है और उनकी पार्टी के एक विशेष गुट के ऊपर काफी मजबूत पकड़ है । आनंद शर्मा के इस्तीफे के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस पार्टी धीरे-धीरे पार्टी को कमजोर करने वाले इन झटकों से किस तरह से पार पाती है ।