हिमाचल में कांग्रेस का एक और परिवार चला परिवारवाद की तरफ, मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर का देहरा से विधानसभा उपचुनाव के लिए नाम फाइनल
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में एक और परिवार की एंट्री हो गई है। कॉंग्रेस पार्टी पर भाजपा अक्सर परिवारवाद को लेकर हमरावर रहती है । बीते कल कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रियंका गांधी को वायनाड लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतार कर परिवारवाद की परिपाटी को आगे बढ़ाया तो वहीं दूसरी ओर आज हिमाचल कांग्रेस भी उसी रास्ते पर चल पड़ी । मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी पत्नी कमलेश ठाकुर को देहरा विधानसभा सीट से उतार कर विपक्ष को परिवारवाद के मुद्दे पर घेरने का मौका दे दिया है । इससे पहले सुखविंदर सिंह परिवारवाद के धुर विरोधी रहे हैं । लेकिन अब जिस तरह से उन्होंने अपनी पत्नी को राजनीति में उतार दिया है उससे वे खुद ही विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं । को कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर को देहरा विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है। अब कमलेश ठाकुर की टक्कर भाजपा के होशियार सिंह से होगी। कमलेश के मैदान में उतरने से देहरा में मुकाबला रोचक हो गया है। हालांकि मुख्यमंत्री सुक्खू ने कुछ दिन पहले पत्नी के चुनाव लड़ने की खबरों को झूठी अफवाह बताया था। मगर कांग्रेस हाईकमान ने अब उनके नाम पर मोहर लगा दी है। देहरा में कमलेश ठाकुर का मायका है। इसलिए पार्टी हाईकमान ने कमलेश को यहां से मैदान में उतारा है।
देहरा से कमलेश ठाकुर को उतारने की दूसरी बड़ी वजह आज तक इस सीट को कांग्रेस द्वारा कभी न जीतना भी है। साल 2008 में परिसीमन के बाद देहरा सीट अस्तित्व में आई। साल 2012 में यहां से बीजेपी के रविंद्र रवि चुनाव जीते। साल 2017 और 2022 में लगातार दो बार बीजेपी के बागी होशियार सिंह यहां से विधायक चुने गए।
अब इस सीट से चौथा चुनाव हो रहा है। मगर कांग्रेस का अब तक देहरा सीट से खाता तक नहीं खुल पाया। इसलिए कांग्रेस सीएम की पत्नी को बीजेपी के होशियार सिंह के सामने उतारा है। हालांकि साल 2022 के चुनाव में पार्टी ने यहां से डॉ. राजेश शर्मा को टिकट दिया था। तब वह चुनाव हार गए।
सूत्रों की माने तो पार्टी द्वारा देहरा में कराए गए सर्वेक्षण में भी कमलेश ठाकुर का नाम आगे बताया जा रहा था। मुख्यमंत्री सुक्खू ने संगठन के नेताओं से खुद भी कई बार फीडबैक लिया। इसके आधार पर कमलेश ठाकुर का टिकट तय किया गया।
इससे पहले कमलेश ठाकुर का नाम लोकसभा चुनाव में भी उछला था। चर्चा शुरू हुई थी कि उन्हें हमीरपुर सीट से कैंडिडेट बना सकते हैं। उस दौरान कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में सीएम ने डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की बेटी को भी हमीरपुर से टिकट देने की वकालत की थी, जबकि डिप्टी सीएम ने सीएम की पत्नी को टिकट देने की मांग की थी।