भाजपा ने सरकार पर नई नई शब्दावली से अपने जनविरोधी निर्णयों को छुपाने के लगाए आरोप, सरकारी स्कूलों की तालाबंदी के बाद पर्यटन निगम के होटलों को निजी हाथों में सौंपने पर घेरा सरकार को

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार लगातार हिमाचल प्रदेश के हितों के ऊपर कुठाराघात कर रही है। बिंदल ने मुख्यमंत्री पर मोर्चा खोलते हुए कहा कि सुखविंदर सिंह की सरकार ने हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में स्थित कृषि विश्वविद्यालय की सैकड़ों बीघा जमीन को प्राइवेट लोगों को देने का निर्णय करके हिमाचल प्रदेश के शिक्षा जगत को एक बहुत बड़ा धक्का पहुंचा। जमीन के हक में समाज खड़ा हुआ, समाज ने आंदोलन किया। परंतु सरकार के कान पर जूं नहीं रेंगी और आज तक इस बात का जवाब नहीं आया कि कौन सी ऐसी वजह है जिसके कारण वो महत्वपूर्ण जमीन वो प्राइवेट सेक्टर में देने का निर्णय किया और हिमाचल को उसका क्या लाभ होने वाला है ?
बिंदल ने कहा कि इसके बाद अब एक और निर्णय कर दिया जिसके अंदर हिमाचल प्रदेश के और बेहतरीन टूरिज्म डिपार्टमेंट के होटल्स को प्राइवेट सेक्टर में देने का निर्णय, उस हैरान करने वाले निर्णय के अंदर जो टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन है वो कुछ बोल रहे हैं और पूर्व में लीडर ऑफ अपोजिशन रहे उन्होंने इस असमाजिक निर्णय का डट के विरोध किया था। बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी इस निर्णय बारे कह रहे हैं कि नहीं हम तो वैसे ही इन होटल को आगे दे रहे हैं और सरकार इसके बारे विचार कर रहे हैं। जबकि कैबिनेट के अंदर 28 जून को निर्णय करके और उस कैबिनेट के निर्णय को पब्लिक नहीं किया , उसको छुपा करके रखा की यह निर्णय जनता के ध्यान में ना आया। बड़ा सवाल यह है कि प्राइवेटाइजेशन क्यों कर रहे है सुक्खू ?
बिंदल ने कहा कि यह सरकार निरंतर स्कूल बंद कर रही है, स्कूलों को ताले लगा रही है और ताला लगाते हुए एक नया शब्द इन्होंने प्रयोग किया है। हम बंद नहीं कर रहे, हम तो स्कूल को मर्ज कर रहे हैं। अब वो ताला किसको लग रहा है? स्कूल तो बंद हो ही रहा है, उसको मर्ज कर रहे हैं। इसी तरह से होटलों को बेचने के काम में लगी है सरकार। सीएम कह रहे है कि होटल को लीज पर दे रहे हैं। यह नए-नए शब्दावली ढूंढ के हिमाचल प्रदेश के हितों के ऊपर कुठाराघात किया जा रहा है। टूरिज्म के होटल बिक रहे है पर मान नहीं रहे सीएम सुक्खू