भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर चर्चा से भागने के लगाए आरोप, विधानसभा सत्रों को छोटा करने से हैं नाखुश, प्रदेश में आर्थिक बदहाली के लिए मुख्यमंत्री को ठहराया जिम्मेवार

भाजपा विधायक दल की बैठक नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होटल ध्रुव में संपन्न हुई, बैठक में अनिल शर्मा को छोड़ कर सभी विधायक उपस्थित रहे।



नैना देवी से विधायक रणधीर शर्मा ने बताया कि भाजपा चर्चा के माध्यम से सरकार को घेरेगी चाहे वह राज्यपाल का भाषण हो या बजट पर चर्चा। सत्र में सरकार की नाकामियों, जन विरोधी निर्णयों एवं भ्रष्टाचार के मुद्दों को प्रखरता से उठाया जाएगा और पूरी तरह से वर्तमान कांग्रेस सरकार को बैक फुट पर धकेलना का काम भारतीय जनता पार्टी द्वारा किया जाएगा।
रणधीर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आर्थिक दिवालियापन सबसे बड़ा मुद्दा है और हिमाचल प्रदेश में वेतन, पेंशन, बुजुर्गों को दिए जाने वाली धनराशि सभी को लेकर चिंता बरकरार है। हिमाचल प्रदेश की वित्तीय स्थिति इतनी खराब हो गई है कि केंद्र के पैसे को वेतन एवं पेंशन देने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर हिमाचल प्रदेश में आर्थिक बदहाली के लिए कोई जिम्मेवार है तो मुख्यमंत्री स्वयं है क्योंकि वही हिमाचल प्रदेश के वित्त मंत्री है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में फजूलखर्ची एक बड़ा मुद्दा है, मंत्रियों की शान और शौकत बढ़ाने के लिए करोड़ों रुपए खर्चे जा रहे हैं, इसी प्रकार से सीपीएस की सदस्यता बरकरा रखने के लिए भी करोड़ों रुपए वकीलों पर खर्च किए जा रहे हैं और हिमाचल प्रदेश में कैबिनेट रैंक के मित्रों की फौज खड़ी कर दी है इस पर भी सरकार को घेरा जाएगा।
रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार चर्चा से भाग रही है इसलिए हिमाचल प्रदेश में जब भी विधान सभा सत्र होता है वह छोटा ही होता है, पहले बजट सत्र में 26 बैठकों का हुआ करता था और अब केवल 16 बैठकों का। इसी प्रकार से शीतकालीन सत्र में भी चार दिन का छोटा सा सत्र किया गया था।
उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था एवं नशा भी एक बड़ा मुद्दा है जिसको लेकर विपक्ष चर्चा करेगा। विपक्ष वर्तमान कांग्रेस सरकार को निश्चित रूप से कटघरे में करने जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि विधानसभा के बाहर अगर भाजपा ने प्रदर्शन करना है तो उसके लिए हम पार्टी के साथ बात करेंगे और पार्टी की बैठक में उसका निर्णय हो सकता है।