भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कांग्रेस सरकार को बताया झूठ का पुलिंदा, मुख्यमंत्री द्वारा मांगे गए ऋृण सम्बन्धी दस्तावेज भाजपा ने किए पेश
कांग्रेस पार्टी की हिमाचल प्रदेश की वर्तमान सरकार न केवल झूठ बोलने में माहिर है बल्कि झूठ का पुलिंदा है। कांग्रेस की सरकार को सत्ता में आये एक साल पूरा हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने मीडिया के माध्यम से हिमाचलवासियों को बताया कि सुखविन्द्र सिंह सुक्खू की सरकार ने 10 महीने में 11 हजार करोड़ का कर्ज लिया है। इसके जवाब में मा0 मुख्यमंत्री, मंत्रीगण व कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने कहा कि यह सूचना गलत है, जिस पर भाजपा ने आर0टी0आई0 के माध्यम से ली गई सूचना को मीडिया को प्रेषित किया और मीडिया ने उसका शाया किया। उसके बावजूद भी सरकार, मा0 मुख्यमंत्री, मंत्रीगण और कांग्रेस पार्टी के नेता झूठ बोलकर यह सिद्ध करने में लगे हैं कि उनकी सरकार आने के बाद उन्होनें 11 हजार करोड़ का कर्ज नहीं लिया। इस पर डाॅ0 बिन्दल प्रदेश अध्यक्ष भाजपा ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के आंकड़ों से जानकारियां इकट्ठी की और जो जानकारियांें के पत्र हैं वो इस प्रैस नोट के साथ संलग्न है, जिसके अनुसार दिसम्बर, 2023 तक वर्तमान प्रदेश की कांग्रेस सरकार 10800 करोड़ रू0 का कर्ज ले चुकी है। जबकि नाबार्ड का व अन्य संस्थाओं का कर्ज इसके अतिरिक्त है।
विश्लेषण :
वर्तमान कांग्रेस सरकार 11 दिसंबर 2022 को सत्ता में आई उसके उपरांत 19 जनवरी 2023 को 1500 करोड़, 16 फरवरी को 2000 करोड़, 16 मार्च को 1500 करोड़, 24 मार्च को 1700 करोड़ का ऋण ले चुकी है । इसी प्रकार 1 जून 2023 को 800 करोड़, 28 जून को 1000 करोड़, 31 अगस्त को 500 करोड़, 12 अक्टूबर को 1000 करोड़ और 19 नवंबर 2023 को 800 करोड़ का ऋण ले चुकी है। अभी तक यह सरकार 10800 करोड़ का ऋण ले चुकी है । जनवरी से मार्च 2023 तक इस सरकार ने 6700 करोड़ का लोन लिया और मार्च से नवंबर 2023 तक इस सरकार ने 4100 करोड़ का लोन लिया।
‘‘हाथ कंगन को आरसी क्या’’ तो जो यह सूचना है यह इन्हीं की सरकार की है और इन्हीं को हम भेज रहे हैं। हमें मालूम है इसके बाद भी ये झूठ बोलेंगे और मानेंगे नहीं।
इसी प्रकार का झूठ, भ्रम, फरेब, अवधारणा समाज में फैलाने का प्रयास कर रहे हैं कि केन्द्र सरकार आर्थिक सहायता नहीं कर रही है, यह भी एक सफेद झूठ है। प्रदेश सरकार के लगभग सभी काम केन्द्र सरकार के सहयोग से चल रहे हैं। चाहे वो सड़कों की मुरम्मत हो, रख-रखाव हो, अस्पतालों में ईलाज की बात हो, पीने के पानी की बात हो, फोरलेन, नेशनल हाईवे बनाने की बात हो, सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से, मनरेगा के माध्यम से, वैलफेेयर के माध्यम से मिलने वाली सभी योजनाओं का लाभ केन्द्र से आ रहा है। विषय इसके विपरीत है, जहां केद्र सरकार भानूपल्ली-बिलासपुर रेल लाईन के लिए लगातार सहयोग कर रही है वहीं प्रदेश की सरकार अपना छोटा सा शेयर नहीं दे रही है जिसके कारण रेलवे के प्रोजेक्ट में देरी हो रही है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, फोरलेन, नेशनल हाईवे, जल जीवन मिशन ऐसे प्रोजेक्ट हैं जो शत प्रतिशत नरेन्द्र भाई मोदी सरकार की देन है। उसके बावजूद झूठ बोलकर, भ्रम फैलाकर, हिमाचल की जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है। जिस प्रकार 2022 में वोट बटोरने के लिए गारंटियां फेंकी गई, उसी प्रकार अब एक बार फिर झूठ का बवंडर तैयार किया जा रहा है। जनता आज यह सवाल कर रही है कि पिछले एक साल में कुछ तो काम किया होगा, वह बताओ, परन्तु बताने के नाम पर कुछ नहीं है, केवल भाजपा पर दोषारोपण करके अपनी सरकार चला रहे हैं।