जिला शिमला पुलिस ने नशा खोरों और नशा तस्करों पर शिकंजा किया तेज,15 दिनों में 20 मामले दर्ज 31 लोग किए गिरफ्तार
शिमला पुलिस नशे जैसी कुरीति के खिलाफ लगातार अपनी जंग लड़ रही है । पिछले कुछ वर्षों में नशा खासकर चिट्टा और चरस का प्रचलन जिस तेजी से बढ़ा है वो पूरे समाज के लिए चिंता का सबब बन हुआ है । प्रदेश पुलिस विभाग इस जहर से युवा पीढ़ी को बचाने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है लेकिन इनका जाल इस कदर मजबूत बना गया है कि वे युवा पीढ़ी तक किसी न किसी तरह से पहुंच ही जाते हैं । शिमला पुलिस इन नशे के सौदागरों पर नकेल कसने के लिए लगातार प्रयासरत है । शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि जुलाई महीने में शिमला पुलिस ने पिछले 15 दिनों में 20 मामले दर्ज किए हैं और 31 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इन गिरफ्तार पेडलर्स में से 10 अंतर-राज्य आपूर्तिकर्ता हैं, जिनमें 7 पंजाब से और 3 हरियाणा/ दिल्ली से
पिछले 6 महीने में अब तक 450 पेडलर्स को गिरफ्तार किया जा चुका है.
हाल ही में सक्षम प्राधिकारी ने ठियोग के दिनेश वर्मा उर्फ गिलेस्पी की चल संपत्ति को जब्त करने के आदेश की पुष्टि की है, जिसके तहत 7,43,720/- रुपये मूल्य के 2 वाहनों को जब्त किया गया है।
शिमला पुलिस ने ऐसे यूजर्स के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी है, जो अब ठीक नहीं हो गए हैं, मांग चक्र को प्रभावित करने के लिए पुलिस ऐसे यूजर्स पर भी नजर रखेगी, जिनमें सुधार के कोई संकेत नहीं दिखे हैं।
पिछले 4 महीनों में नशीली दवाओं से संबंधित ओवरडोज़ से होने वाली मौतों की घटनाओं में भी कमी आई है…जो हेरोइन या ऐसे डेरिवेटिव की उपलब्धता में कमी का संकेतक है जो काफी बड़े पैमाने पर थे।
पुलिस बचाव और आपदा प्रबंधन में व्यस्त होने के बावजूद नशीली दवाओं के प्रसार के ऐसे संवेदनशील कारणों पर हमारा ध्यान लगातार बना हुआ है…