गोहर उपमंडल के अंर्तगत कटलोग में हुआ गुगा मेले का आयोजन- मेले के आयोजक दिनेश पहाड़िया ने लुप्त हो रही गुगा संस्कृति को विशेष महत्व देने की जताई आवश्यकता
हर वर्ष की भांती मनाया जाने वाला गुगा मेला गोहर उपमंडल के अंर्तगत कटलोग गावं में अपने विधि -विधान के साथ संपन हो गया। गोहर से हमारे संवाददाता हरीश चौहान ने गुगा मेले की जानकारी देते हुए बताया कि गांव-गांव में गुगा महाराज की गाथा का यह क्रम राखी के दिन से शुरू होकर कृष्ण जन्माष्टिमी के दिन तक चलता है तथा अंतिम दिन सभी गुगा समूहों को इस स्थान पर एकत्र होने को मौका मिलता है, जिसमे गुगा महाराज की विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया जाता है। इस मेले का आनंद उठाने लोग दूर-दूर से आते है। वहीं इस मेले में विभिन्न स्थानों से गुगा संरक्षक अपनी अपनी टोलीयों के साथ-साथ वाद्य यंत्रो के साथ यहां आते हैं तथा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। हम आपको बता दें कि यह अनोखा मेला कई दसको से मनाता आ रहा है और इस मेले की स्थापना स्वर्गीय दिले राम पहाड़ीया ने चच्योट तहसील से शुरू कर इस एतिहासिक संस्कृति की नीव रखी थी। तब से लेकर
आज तक यह मेला तर1की की राह पर अग्रसर रहा है। आज इस मेले को सफल बनाने के लिए दिनेश पहाडिय़ा का हाथ रहा है तथा मेले को और अच्छे ढंग से बनाने के लिए प्रयास भी कर रहे हैं। इस मेले को सफल बनाने के लिए क्षेत्र के स्थानीय विधायक विनोद कुमार,मनोज कुमार, डिंपू, नंदलाल, रतन सिंह, के अलावा भिन्न-भिन्न स्थानों से आए गुगा अनुयायीयों ने अपना अपना सहयोग रखा जिनमें, तारा चंद, नंत राम, प्रेम सिंह पंचायत चौकीदार,नगिन्द्र् पाल ,तारा चंद,हेम सिंह,संत राम,ललित कुमार,मुरारी लाल आदि शामिल रहे। वहीं इस मेले के अयोजक दिनेश पहाड़िया ने बताया कि आज गुगा महाराज की संस्कृति लगभग खत्म हो रही है और आज इसे बचाने के लिए सरकार को इसका विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होने बताया कि इस मेले में गुगा संस्कृति को बचाने के लिए कुछ खास तरह के प्रयास करने चाहिए ।