19 सितम्बर को होने वाले शिकागो साउथ एशियन फ़िल्म फ़ेस्टिवल (CSAFF) 2025 में अपनी संस्कृति का जादू बिखेरेगी हिमाचल की फ़िल्म “चिंगम”,विश्व स्तरीय मंच पर जगह बनाने वाली है अब तक की पहली फ़िल्म

हिमाचली संस्कृति और जीवन से गहराई से जुड़ी ड्रामा-रोमांस फ़िल्म चिंगम का वर्ल्ड प्रीमियर इस साल शिकागो साउथ एशियन फ़िल्म फ़ेस्टिवल (CSAFF) 2025 में 19 सितम्बर को होने जा रहा है। यह चयन हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि इस स्तर पर इतनी प्रामाणिकता के साथ हिमाचल को प्रस्तुत करने वाली कोई फ़िल्म अब तक नहीं पहुँची है।
इस फ़िल्म के लेखक, निर्देशक और अभिनेता अभय शर्मा हैं। अभय का मूल निवास नारकंडा, हिमाचल प्रदेश है और उन्होंने अपना बचपन और शिक्षा शिमला में बिताई। बाद में वे फ़िल्म की पढ़ाई के लिए मुंबई चले गए। अपनी संस्कृति के प्रति गहरी लगन और अपने राज्य पर गर्व की भावना के साथ, अभय ने चिंगम को इस उद्देश्य से बनाया है कि हिमाचल की असल कहानियाँ, लोग और संगीत दुनिया के सामने रखे जा सकें।
चिंगम का निर्माण हैदराबाद से अजय रेड्डी ने वर्स स्टूडियोज़ के बैनर तले किया है। फ़िल्म में हिमाचल के कई प्रमुख और प्रभावशाली कलाकार भी जुड़े हैं, जिनमें गोपाल शर्मा, राजेंद्र आचार्य, सुरेंद्र नेगी, अरुण जस्ट, सिराज़ी और एक्सटैन निक शामिल हैं। इस फ़िल्म में लोक और आधुनिक संगीत का खूबसूरत मेल देखने को मिलेगा।
यह फ़िल्म एक बहुत ही सीमित बजट में बनाई गई है, जिसमें औसतन 25–26 वर्ष की उम्र के युवा कलाकारों और तकनीशियनों की टीम ने अपनी मेहनत और ईमानदारी से काम किया।
रोमांस और कमिंग-ऑफ़-एज कहानी से आगे बढ़कर, चिंगम एक सांस्कृतिक दस्तावेज़ की तरह खड़ी होती है। यह हिमाचल को उसके दृश्य सौंदर्य के बजाय उसके असली, जमीनी लोग और जीवंत परंपराओं के माध्यम से दिखाती है। फ़िल्म का उद्देश्य साफ़ है: हिमाचल प्रदेश की कहानियाँ दुनिया को सुनाना और यहाँ की संस्कृति, प्रतिभा और असलियत को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना।