अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस पर विश्व भर में ध्यान में डूबे लोग,धर्म गुरु श्री श्री ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय से पहले अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस का किया शुभारंभ,हिमाचल के आधा दर्जन से अधिक कारावासों के करीब 2000 बंदियों ने भी लगाई ध्यान की डुबकी
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आज का दिन विश्व भर में ध्यान दिवस के रूप में मनाया गया इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक व धार्मिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से भी दुनिया के करीब 180 देशों में ध्यान करवाया गया । संस्था के संस्थापक व धार्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने इस खास मौके पर न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय से पहले अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस का शुभारंभ किया ।
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ध्यान दिवस वैश्विक स्तर पर पूरे विश्व में ज्ञान का प्रसार करने और सभी को अपनी दिनचर्या में ध्यान के साथ स्वस्थ जीवनशैली जीने में सक्षम बनाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। आर्ट ऑफ लिविंग की प्रदेश मीडिया प्रभारी तृप्ता शर्मा ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग की प्रदेश इकाई ने राज्य भर में ध्यान करवाया जिसमें विभिन्न कार्यालयों, शिक्षण संस्थानों के अलावा विशेष तौर पर केंद्रीय आदर्श कारागार कंडा ,शिमला व नाहन , कैथू, सोलन, बिलासपुर और कुल्लू में करीब 2000 बंदियों को आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षकों ने ध्यान व प्राणायाम करवाकर सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया । इसके अलावा पुलिस बटालियन जुन्गा में पुलिस कर्मियों के लिए भी विशेष ध्यान शिविर लगाया गया ।
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संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय से अपने संदेश में गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने वर्तमान अवसाद और तनाव की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहां की समाज के विकास और समृद्धि के लिए इन चुनौतियों का समाधान करना बेहद जरूरी है और ऐसा केवल ज्ञान के माध्यम से ही संभव है गुरुदेव ने कहा कि ध्यान जीवन की गहरी समझ लाता है और जीवन प्रकृति का दिया हुआ सबसे अनमोल उपहार है।
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