अतंर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर मुख्यमंत्री ने एचआईवी जागरूकता अभियान का किया शुभारम्भ- शिक्षा, स्वास्थ्य और अधोसंरचना में सुधार लाने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला में अतंर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर एचआईवी जागरूकता अभियान की शुरुआत की, जो 12 अक्तूबर, 2024 तक चलेगा। प्रदेश के सभी जिलों में यह जागरूकता अभियान गांव स्तर तक चलाया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एक जागरूकता वाहन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तथा दो महीने तक चलने वाले इंटिग्रेटिड हेल्थ चेकअप अभियान का भी शुभारंभ किया। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस ‘क्लिक से प्रगति की ओर-सतत् विकास के लिए युवा डिजिटल माध्यम’ के थीम पर मनाया जा रहा है।
अपने संबोधन में ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने युवा दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार एड्स के प्रति जागरूकता लाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य कर रही है। राज्य सरकार एड्स से पीड़ित रोगियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘‘राज्य सरकार एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी केंद्रों में निःशुल्क उपचार करवाने वाले व्यक्तियों को 1500 रुपए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता और पीड़ितों के 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को 300 रुपए से लेकर 800 रुपए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। इसके साथ ही उपचार के लिए आने वाले व्यक्तियों को फ्री बस यात्रा की सुविधा भी दी जा रही है।’’ उन्होंने कहा कि एचआईवी पीड़ित व्यक्तियों की हर प्रकार से मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि एचआईवी की जांच सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में निःशुल्क की जाती है और जांच करवाने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एड्स जागरूकता पर आधारित एक प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया। कार्यक्रम के दौरान आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कैंसर के बढ़ते मामलों पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके अध्ययन के लिए राज्य सरकार ने आईसीएमआर से सम्पर्क किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सरकारी अस्पतालों में कैंसर के मरीजों को उनके उपचार के लिए 42 दवाइयां मुफ्त प्रदान कर रही है। इन दवाइयों को राज्य की अनिवार्य दवा सूची में शामिल किया गया है। इन दवाइयों में कैंसर उपचार के लिए प्रयुक्त होने वाला ट्रासटूजूम्ब टीका भी शामिल है, जिसकी कीमत लगभग 40 हजार रुपये होती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को नशे व अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रखने के लिए खेलों की ओर प्रोत्साहित करने के प्रयास कर रही है।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि ‘‘राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए सरकार ने डाइट मनी को 240 से बढ़ाकर 400 रुपए, जिला स्तर के लिए 300 रुपये और खंड स्तर के लिए 240 रुपए किया है। राज्य से बाहर खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को दी जाने वाली डाइट मनी को 500 रुपए किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने प्रदेश से बाहर आयोजित होने वाले खेल आयोजनों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को मिलने वाली यात्रा सुविधाओं में भी बढ़ौतरी की है। 200 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए खिलाड़ियों को एसी-थ्री टियर रेल का किराया और 200 किलोमीटर से अधिक यात्रा करने वाले खिलाड़ियों को इकोनोमी क्लास में हवाई सफर का किराया प्रदान किया जा रहा है।“
विंटर ओलम्पिक तथा पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक विजेताओं को पांच-पांच करोड़ रुपए, रजत पदक विजेताओं को तीन-तीन करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक विजेताओं को दो-दो करोड़ रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही एशियाई और पैरा-एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं को चार करोड़ रुपये, रजत पदक विजेताओं को 2.5 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक विजेताओं को 1.50 करोड़ प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, और अधोसंरचना में सुधार लाने के साथ-साथ राजस्व बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। सरकार के प्रयासों के परिणाम स्वरूप अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार हो रहा है और हमें पूरी उम्मीद है कि 2032 तक हिमाचल प्रदेश देश का सबसे समृद्धतम राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में भी कई क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं। प्रदेश के 850 शिक्षण संस्थानों को इंस्टीटयूट ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जा रहा है। जहां पर स्मार्ट क्लास रूम, ऑडियो-वीडियो विजुअल टीचिंग जैसी सुविधाएं होंगी। पांच से कम बच्चों की संख्या वाले स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है तथा शैक्षणिक संस्थानों में आवश्यकता के आधार पर भविष्योन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाई जा सके।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने कॉलेज जीवन से लेकर मुख्यमंत्री बनने तक के राजनीतिक संघर्षों के बारे में बताते हुए युवाओं को राष्ट्र के विकास के लिए आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवा देश की ऊर्जा है और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि युवा हमारे शक्ति के स्रोत हैं और कल का भविष्य भी हैं, इसलिए राष्ट्र निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि आज युवाओं को नशे से बचाना एक बड़ी चुनौती है। इसके साथ ही एड्स और एचआईवी के बारे में युवाओं को जागरूक करना भी अहम है।
उन्होंने कहा कि युवाओं को एचआईवी और यौन रोगों से बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाई जानी चाहिए, ताकि युवा पीढ़ी को इन रोगों से बचाया जा सके और वह शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रह सके तथा एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण किया जा सके।
राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना निदेशक राजीव कुमार ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए एड्स जागरूकता के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी और संजय अवस्थी, विधायक सुरेश कुमार व हरीश जनारथा और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थेे।
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