पहाड़ों की रानी शिमला बनती जा रही है कुत्तों के आतंक का शहर,आज फिर नोच डाला एक बच्चे को, किया लहूलुहान

राजधानी शिमला में कुत्तों का आतंक थमता नजर नहीं आ रहा है एक के बाद एक लगातार कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आ रही है । आज एक बार फिर राजधानी शिमला के माल रोड के साथ लगते रानी झांसी पार्क में खेल रहे स्कूली बच्चे को कुत्तों ने बुरी तरह से नोच डाला । केंद्रीय विद्यालय जाखू में सातवीं कक्षा में पढ़ रहा रिहांश जोशी जब पेपर देने के बाद अपने साथियों के साथ रानी झांसी पार्क में खेल रहा था तो वहीं कुत्तों के झुंड से कुछ कुत्तों ने उन बच्चों पर हमला बोल दिया और रिहांश जोशी को बुरी तरह से नोच डाला ।गनीमत यह रही कि वहां पर घूम रहे लोगों ने बीच बचाव कर इस बच्चे को कुत्तों के चंगुल से छुड़ा लिया लेकिन तब तक कुत्ते ने रिवांश को बुरी तरह से जख्मी कर दिया । उसकी टांग में कुत्ते के दांतों से गहरे जख्म हो गए और उसकी टांग बुरी तरह से लहुलुहान हो गई ।






वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने फोन कर एंबुलेंस को बुलाया और फिर रिलांश को उपचार के लिए डीडीयू अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मर्म पट्टी कर दी गई। राजधानी शिमला में कुत्तों का यह आतंक इस कदर बढ़ गया है कि लोग अब अपने बच्चों को बाजार घूमने के लिए भी ले जाने से भी डर रहे हैं क्योंकि बच्चे और महिलाएं ही इन कुत्तों का सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं । नगर निगम शिमला ने भले ही एक मुहिम के तहत उन्हें रेबीज और नसबन्दी के टीके लगाकर उनको टैग किया जा रहा है लेकिन इस से कुत्तों का आतंक कम होने की बजाए बढ़ रहा है और ये और अधिक हमलावर हो रहे हैं । जिस तरह से कुत्तों ने शहर में दहशत फैला रखी है वो यहां स्थानीय बाशिंदों और घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए तो चिंता व भय का सबब है ही शिमला नगर निगम और स्थानीय प्रशासन के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं है । जिससे पर पाना इन दोनों के लिए बेहद जरूरी है ।