नहीं रहे स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी, आज सुबह अपने कल्पा स्थित घर में ली अंतिम सांस
स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी की आज सुबह उनके कल्पा स्थित गांव में मौत हो गई गौरतलब है कि श्याम शरण नेगी ने 2 नवम्बर को ही बैलेट पेपर के माध्यम से 14वी विधानसभा चुनाव के लिए मतदान किया था । किन्नौर के उपायुक्त ने बताया कि आज उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। 105 वर्षीय श्याम चरण नेगी भारत के मतदाताओं के लिए प्रेरणा स्रोत थे और हमेशा लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए मतदान के लिए देश व प्रदेश वासियों को प्रेरित करते रहे हैं।
, हिमाचल प्रदेश में एक सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षक थे जिन्होंने 1951 में हुए स्वतंत्र भारत के पहले आम चुनाव में सबसे पहला मतदान किया। 1947 में ब्रिटिश राज के अंत के बाद देश के पहले चुनाव हालांकि फरवरी 1952 में हुए, किंतु सर्दी के मौसम में भारी बर्फबारी की संभावनाओं के कारण हिमाचल प्रदेश के निवासियों को पांच महीने पहले ही वोट करने के लिए का मौका दिया गया। नेगी ने 1951 के बाद से हर आम चुनाव में मतदान किया और उन्हें भारत के सबसे पुराने मतदाता के रूप में माना जाता है । श्याम सरन ने एक हिंदी फिल्म सनम रे में एक विशेष उपस्थिति भी दर्ज की थी ।