सी आर से सी एम तक का सफर हुआ तय,सुक्खू ने लिखी संघर्ष की नई इबारत, कल 11दिसम्बर को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ,मुकेश अग्निहोत्री होंगे उनके डिप्टी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व विधायक सुखंविंद्र सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे। कांग्रेस विधायक दल की आज देर सांय शिमला में हुई बैठक में सुखविंद्र सिंह सुक्खू को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया। पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक व छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के हिमाचल मामलों के केंद्रीय प्रभारी राजीव शुक्ला ने सुक्खू के कांग्रेस विधायक दल का नेता चुने जाने की घोषणा की। मुकेश अग्निहोत्री उप-मुख्यमंत्री होंगे। इसी के साथ प्रदेश कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहा संशय खत्म हो गया है।
कांग्रेस ने आज देर शाम राजभवन शिमला पहुंचकर सरकार बनाने का दावा भी पेश किया। इस दौरान पार्टी पर्यवेक्षक भुपेश बघेल, भूपेंद्रसिंह हुड्डा, राजीव शुक्ला, गुरकीरत सिंह कोटली, सुखविंद्र सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी मौजूद रही।
कांग्रेस विधायक दल के नवनिर्वाचित नेता सुखविंद्र सिंह सुक्खू कल दोपहर 2 बजे शिमला के रिज मैदान पर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। मुकेश अग्निहोत्री प्रदेश के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। इसके अलावा कुछ मंत्रियों के भी शपथ लेने की संभावना है।
दो दिनों तक शिमला में कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर चले घमासान के बाद आज मुख्यमंत्री के नाम का अखिरकार ऐलान हो ही गया। कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नाम की प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के रूप में घोषणा की। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सहित सभी 40 विधायक मौजूद रहे।
इससे पूर्व आज दिनभर कांग्रेस विधायकों और मुख्यमंत्री पद के दावेदारों ने बारी-बारी से पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सामने अपना पक्ष रखा। इस दौरान सभी दावेदारों के समर्थकों की भी भारी भीड़ उमड़ी रही और उन्होंने अपने-अपने नेताओं के समर्थन में दिनभर नारेबाजी की।
नादौन के एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्में और अपनी क्लास के सीआर से लेकर मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे सुखविंद्र सिंह सुक्खू का राजनीतिक सफर बेहद रोचक रहा है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल करने वाले सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत छात्र राजनीति से की। सुक्खू ने नगर निगम शिमला से बतौर पार्षद चुनावी राजनीति की शुरूआत की। अठावन वर्षीय सुक्खू 1989 में एन.एस.यू.आई. के प्रदेश अध्यक्ष बने। इस दौरान वह संजौली महाविद्यालय में पहले कक्षा के सीआर बने और बाद में उन्हें एससीए का महासचिव भी चुना गया। इसी महाविद्यालय में सुक्खू एससीए के अध्यक्ष भी चुने गए।
इसके बाद वह युवा कांग्रेस से जुड़े और 1998 से 2008 तक प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। इसी दौरान सुखविंद्र सिंह सुक्खू दो बार नगर निगम शिमला के पार्षद भी चुने गए। सुक्खू युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहते प्रदेश कांग्रेस के सचिव भी नियुक्त किए गए। वह वर्ष 2013 से 2019 तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे। सुखविंद्र सिंह सुक्खू वर्ष 2003, 2007, 2017 और अब 2022 में चौथी बार नादौन विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए।
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद पत्रकारों से अनोपचारिक बातचीत में कहा कि कांग्रेस सरकार जनता से किये सभी वायदे पूरे करेगी। उन्होंने माना कि सरकार के सामने बहुत सी चुनौतियां हैं और हमें इनका सामना करना होगा। सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आई है और हमें संघर्ष करना है। उन्होंने सुंदर, स्वच्छ और ईमानदार हिमाचल बनाने की वचनबद्धता जताई।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री के नाम को लेकर पार्टी हाई कमान का फैसला मंज़ूर है। उन्होंने कहा कि लोगों की भावनाएं स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के साथ हैं और इसलिए उन्होंने हौली लॉज के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग की थी। उन्होंने कहा कि वे सरकार और संगठन में पूरा तालमेल बनाने का प्रयास करेंगी।