2017 आम चुनाव का बहुचर्चित गुड़िया मामला इस साल के चुनाव से पहले फिर आया चर्चा में , भाजपा और कांग्रेस फिर आमने सामने
2017 के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी चर्चा में रहा गुड़िया दुष्कर्म व हत्या मामला 2022 के चुनाव में भी सुर्खियों में रह सकता है इसके संकेत कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मामले को लेकर चल रहे आरोप-प्रत्यारोप से साफ नजर आ रहे हैं । भारतीय जनता पार्टी की कोटखाई से रही प्रत्याशी नीलम सरेक ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष व सांसद प्रतिभा सिंह के गुड़िया मामले को छोटा मामला कहे जाने पर कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए इसे निंदनीय और महिला को अपमानित करने वाला बयान बताया है ।
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और जुब्बल कोटखाई से भाजपा उम्मीदवार नीलम सरेक ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि गुड़िया मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष और मंडी सांसद प्रतिभा सिंह द्वारा उद्धृत बयान निंदात्मक है और उनके विचारों को दर्शाता है कि वे महिला विरोधी है।
उन्होंने कहा कि गुड़िया का मामला कोई छोटा मामला नहीं है, यह हिमाचल के इतिहास में दर्ज ऐतिहासिक आपराधिक मामलों में से एक है। यह भाजपा ही है जिसने सीबीआई से जांच कराने की मांग करते हुए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जिसने मामले को सकारात्मक दिशा दी। सरेक ने कहा कि प्रतिभा सिंह का बयान हिमाचल के लिए शर्म की बात है।
उन्होंने कहा कि 2017 में गुड़िया कांड कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था और यह कांग्रेस के नेताओं ने मामले में बाधा डाली, जिससे अस्पष्ट जांच हुई।
कांग्रेस ने गुड़िया कांड पर कॉस्मेटिक जांच की थी।
कांग्रेस नेताओं ने सबूतों से छेड़छाड़ की जिससे जांच एजेंसियों को गुमराह किया गया और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक डीडब्ल्यू नेगी को गिरफ्तार कर लिया गया।
तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक जेडएच जैदी अभी भी सलाखों के पीछे हैं।
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि प्रतिभा सिंह अपने तथ्य को स्पष्ट करें कि सूरज की हिरासत में मौत के कारण कोटखाई पुलिस चौकी जला दी गई थी।
उन्होंने कहा कि प्रतिभा सिंह को उनके इस तरह के बयान के लिए आम जनता और गुड़िया के परिवार से माफी मांगनी चाहिए।
उनकी टिप्पणी उनके राजशाही व्यवहार को दर्शाती है, उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष और संसद सदस्य के पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।महिला विरोधीशिमलामहिला विरोधी भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और जुब्बल कोटखाई से भाजपा उम्मीदवार नीलम सरेक ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा गुड़िया मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष और मंडी सांसद प्रतिभा सिंह द्वारा उद्धृत बयान निंदात्मक है और उनके विचारों को दर्शाता है जो कि महिला विरोधी है।
उन्होंने कहा कि गुड़िया का मामला कोई छोटा मामला नहीं है, यह हिमाचल के इतिहास में दर्ज ऐतिहासिक आपराधिक मामलों में से एक है। यह भाजपा ही है जिसने सीबीआई से जांच कराने की मांग करते हुए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जिसने मामले को सकारात्मक दिशा दी।
उन्होंने कहा कि यह काफी दुखद है कि प्रतिभा सिंह ने हमारे समाज की महिलाओं का जिस तरह अपमान किया है।
उनका बयान हिमाचल के लिए शर्म की बात है।
उन्होंने कहा कि 2017 में गुड़िया कांड कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था और यह कांग्रेस के नेताओं ने मामले में बाधा डाली, जिससे अस्पष्ट जांच हुई।
कांग्रेस ने गुड़िया कांड पर कॉस्मेटिक जांच की थी।
कांग्रेस नेताओं ने सबूतों से छेड़छाड़ की जिससे जांच एजेंसियों को गुमराह किया गया और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक डीडब्ल्यू नेगी को गिरफ्तार कर लिया गया।
तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक जेडएच जैदी अभी भी सलाखों के पीछे हैं।
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि प्रतिभा सिंह अपने तथ्य को स्पष्ट करें कि सूरज की हिरासत में मौत के कारण कोटखाई पुलिस चौकी जला दी गई थी।
उन्होंने कहा कि प्रतिभा सिंह को उनके इस तरह के बयान के लिए आम जनता और गुड़िया के परिवार से माफी मांगनी चाहिए।
उनकी टिप्पणी उनके राजशाही व्यवहार को दर्शाती है, उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष और संसद सदस्य के पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।