प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार पर प्रधानमंत्री की मंडी रैली को लेकर जनता को गुमराह करने और रैली में भीड़ जुटाने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाने के लगाए आरोप
प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा है कि मंडी में आयोजित भाजपा की रैली सरकारी खर्च पर जबरदस्ती की भीड़ जुटाने और प्रधानमंत्री को यह दिखाने का एकमात्र प्रयास था की प्रदेश में भाजपा चार उप चुनावों में हार के बाद भी लोग उनके साथ है।जबकि वास्तविकता यह है कि इस रैली में भीड़ जुटाने के लिये अधिकारियों पर भारी दबाव बनाया गया था।सरकारी तंत्र का खुल कर दुरपयोग किया गया।परिवहन निगम हजारों बसे इस रैली के लिये लगाई गई थी,बाबजूद इसके भाजपा इसमें अपना निर्धारित आंकड़ा नही जुटा पाई।
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष गंगू राम मुसाफिर,पूर्व विधायक एवं जिलाध्यक्ष अजय बाहुदर सिंह,करनेश जंग ने आज प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।मंडी संसदीय सीट के साथ साथ तीन विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत से साबित हो गया है कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन तय है।लोग भाजपा की नीतियों व निर्णयों व जुमलेबाजी से बहुत परेशान है।भाजपा को अब अपनी चिंता करनी चाहिए न कि कांग्रेस की।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मंडी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली पूरी तरह फ्लॉप साबित हुई है।प्रदेश को उम्मीद थी कि वह प्रदेश की प्रदेश की बदहाल वित्तिय स्थिति को उभारने में कोई मदद देंगे,पर ऐसा कुछ नही हुआ।उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार का दावा करने वाली भाजपा को इस रैली के आयोजन में करोड़ों खर्च करने के बाद भी प्रधानमंत्री ने कोई विशेष आर्थिक सहायता की घोषणा नही की।उन्होंने कहा जब प्रधानमंत्री अन्य राज्यों के दौरे पर जाते है तो उन्हें केंद्र की ओर से कोई न कोई बड़ी सौगात देकर आते है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब जब हिमाचल के दौरे पर आए उन्होंने प्रदेश के लिये कोई भी आर्थिक मदद नही दी।इससे साफ है कि डबल इंजन की सरकार का दावा हवा हवाई है।
कांग्रेस नेताओं ने सरकार से इस आयोजन पर हुए सरकारी खर्च को सार्वजनिक करने की मांग करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ने जिन योजनाओं की आधारशिला या उदघाटन किये हैं वह सब पूर्व कांग्रेस सरकार की योजनाएं थी।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इंवेटसरमीट के नाम पर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाबजूद प्रदेश में एक भी ऐसा नया उद्योग संस्थान स्थापित नही हुआ है जिससे प्रदेश को कोई लाभ मिला हो,या बेरोजगारों को कोई रोजगार।
कांग्रेस ने सरकार से पूछा है कि वह यह भी बताए कि चार साल के इस कार्यकाल में कितने बेरोजगारों को रोजगार मिला।