बरसात की दस्तक के साथ ही प्रदेश भर में आपदाओं का दौर भी शुरू, जानमाल के भारी नुकसान पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जताई चिंता,अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश
हिमाचल प्रदेश में बरसात के दस्तक देने के साथ ही आपदाओं और प्रकृति के कहर का भी आगमन हो गया है । बीती रात भारी बारिश के चलते कई जगहों पर भूस्खलन और पेड़ व डंगे गिरने की घटनाएं सामने आई है । वही कुल्लू जिला के चोज में बादल फटने से भयंकर तबाही हुई है । बादल फटने के बाद पार्वती नदी में आई बाढ़ के चलते कई लोग लापता हैं जबकि बहुत सारे घर और व्यापारिक प्रतिष्ठान पानी में बह गए । बहुत से लोगों की जमीन भी पूरी तरह से नष्ट हो गई, जिससे लोगों को लाखों का माली नुकसान हुआ है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से बरसात के इस कहर की खबरें आ रही हैं ।राजधानी शिमला के ढल्ली में भी टनल के समीप भूस्खलन से कई गाड़ियां चपेट में आ गई और एक लड़की की मौत भी हो गई । मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस बरसात से हुए जान-माल के नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की है और लोगों से बहुत आवश्यकता के चलते ही घर से बाहर निकलने की अपील की है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नदी नालों के किनारे और भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्र में जाने से परहेज करें और एहतियात बरतें । उन्होंने कहा कि इंसान के जीवन की कीमत बहुत बड़ी है और लोग अपने जीवन की रक्षा करें । उन्होंने इस दौरान सभी जिला उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बातचीत की और बरसात से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए ।