करयाली पंचायत के विभाजन को लेकर विधायक विक्रमादित्य सिंह नाराज – न्यायालय जाने पर कर रहें हैं विचार
शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विधायक विक्रमादित्य सिंह अपने क्षेत्र की करयाली पंचायत को विभाजित ना किए जाने से बेहद खफा हैं और इस मामले में अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने साफ किया कि वह इस मामले को न्यायालय में ले जाने पर विचार कर रहे हैं ।अपने विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान उन्होंने पंचायत के लोगों से इस मामले को लेकर विस्तृत विचार विमर्श किया और कहा कि इस पंचायत के विभाजन को लेकर पूर्व सरकार के कार्यकाल में सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई थी और केवल इसकी अधिसूचना जारी होना बाकी था । उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने इस क्षेत्र के लोगों की सबसे बड़ी मांग को नजरअंदाज किया है । विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पंचायतों के विभाजन को लेकर जिला मंडी की पंचायतों को प्राथमिकता दी गई जबकि उनके विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि इस बाबत वे कई बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मिले और पंचायतों के विभाजन का मामला उनके समक्ष रखा था । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद इस पर कारर्वाई ना होना दुर्भाग्यपूर्ण है ।उन्होंने कहा कि अब इस मामले में वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाने से भी पीछे नहीं हटेंगे । उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें भले ही उच्चतम न्यायालय तक जाना पड़े हुए इस मामले को अंजाम तक जरूर पहुंचाएंगे।