ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने की राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के लिए आवेदन करने की अपील -50 लाख तक का पुरस्कार प्राप्त कर सकती है पंचायत
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने आज यहां जानकारी दी कि केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय ने पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी ‘राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार-2021’ के लिए तीनों स्तरों की पंचायतों से आॅनलाईन आवेदन प्राप्त करने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी है। पंचायतें केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय की पुरस्कार पोर्टल (Award Portal) http://panchayataward.gov.in साईट पर 15 नवम्बर 2020 तक आवेदन कर सकती हैं।
उन्होंने कहा कि पंचायती राज मंत्रालय पंचायतों द्वारा किए गए सराहनीय कार्यांे के आधार उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष पंचायती राज दिवस 24 अप्रैल को चार श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों में मुख्यतः दीन दयाल पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार जिसके अन्तर्गत सामान्य श्रेणी में प्रत्येक राज्य की एक जिला परिषद, दो पंचायत समितियां तथा दो ग्राम पंचायतों के अतिरिक्त विषयगत श्रेणी में एक अन्य ग्राम पंचायत सहित कुल पांच पंचायतों को पुरस्कृत किया जाता है। इस पुरस्कार के अन्तर्गत पंचायती राज मंत्रालय जिला परिषद् को 50 लाख रूपये, पंचायत समितियों को 25 लाख रूपये प्रति पंचायत समिति तथा ग्राम पंचायतों को 8 लाख रूपये प्रति ग्राम पंचायत व प्रशस्ति पत्र दिए जाते हैं ।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार राज्य की एक ग्राम पंचायत को प्रभावी ग्राम सभा बैठकों के माघ्यम से गांव की आर्थिक व सामाजिक ढांचे की बेहतरी की दिशा में किए गए विशिष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के रूप में 10 लाख रुपये व प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार राज्य की एक ग्राम पंचायत को पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी आदर्श दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य द्वारा तैयार किए गए विनिर्दिष्ट दिशा-निर्देशों के अनुरूप विकास योजना तैयार करने केे लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के अन्तर्गत ग्राम पंचायत को पांच लाख रूपये व प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। इसी तरह, बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार के अन्तर्गत एक ग्राम पंचायत का चयन किया जाता है जिसने बच्चों के स्वस्थ वृद्वि एवं विकास के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया हो। इस पुरस्कार के अन्तर्गत ग्राम पंचायत को पांच लाख रूपये व प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
वीरेंद्र कंवर ने प्रदेश की समस्त जिला परिषदों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों से अपील की है कि इन पुरस्कारों के लिए अन्तिम तिथि से पूर्व आवेदन करना सुनिश्चित करें ताकि सराहनीय कार्य करने वाली पंचायतों मे प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत हो और पुरस्कार राशि से लाभान्वित हो सके।