कमल ठाकुर और डॉ पुंडीर ने केंद्र की अग्निपथ योजना का विरोध करने वालों से बचने और गुमराह न होने का युवाओं से किया आह्वान,गिनाई योजना की खूबियां
हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रान्त मंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने युवाओं से राजनीति का शिकार न होने और किसी के बहकावे में न आने का आग्रह करते हुए। राष्ट्र सेवा का अहम हिस्सा बनने और अपना भविष्य संवारने का आह्वान किया । उन्होंने कहा कि केंद्र की अग्निपथ योजना पूरे देश में एक नई क्रांति लाएगी। उन्होंने कुछ शक्तिशाली देशों का ज़िक्र करते हुए कहा कि विश्व का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका, फिनलैंड, रूस जैसे देश अपने राष्ट्र के युवाओं को या किसी भी निजी या सरकारी क्षेत्र में काम करने वाले लोगो को सेना में काम करना जरूरी किया है। उसके लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। आखिर भारत मे कुछ दसवीं पास कुछ नेताओं और राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए विरोध करना शुरू कर दिया है । #अग्नीवीर #अग्निपथ सम्बंधी कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:
जो बच्चे आज कुछ स्वार्थी नेताओं के बहकावे में आकर अग्नीवीर के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं उनसे सिर्फ यही प्रार्थना है कि पहले इस बात को पूरा समझे अगर वह आपको गलत लगता है तो आप जो करना चाहते हैं वह कर सकते हैं। सबसे पहले अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया और साधारण भर्ती प्रक्रिया में क्या अंतर है उस बात को समझे। यहां आर्मी को बदला नहीं जा रहा है बल्कि सेना की भर्ती के लिए और बहुत ज्यादा अवसर और बच्चों के लिए पैदा किए जा रहे हैं। जो इस क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमाते हैं मगर कम नौकरियां होने की वजह से अपने अरमानों को खो बैठते हैं। और जो बच्चे अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया से भर्ती नहीं होना चाहते उनके लिए साधारण भर्ती भी सदा के लिए खुली है।
- विश्व मे कम से कम 100 देशों मे सेना मे काम करना अनिवार्य माना जाता है. कम से कम दो साल की नौकरी करना अनिवार्य है. इजराइल जैसे देश मे यदि आप सिनेमा मे काम करते हैं, यदि आप डाक्टर हैं, कम्प्युटर वैज्ञानिक हैं या फिर आप कविता लिखते हैं, आपको सेना मे काम करना ही है. केवल अपाहिज लोगों को इसमे छुट मिलती है. भारत मे अग्निवीर पद्धति के अनुसार सेना मे चार साल नौकरी का विकल्प है. आपको यह नौकरी करने के लिए कोई बाध्य नही कर सकता. ना ही सेना के इस नौकरी से देश की अन्य नौकरी पर कोई असर पड़ने वाला है.
- अग्निवीर एक ऐसा जरिया है जिसके तहद मात्र चार साल की नौकरी सुनिश्चित की जाती है. उसके बाद 25% अग्नीवीरों को स्थाई रुप से सेना मे नौकरी मिल जाती है और शेष 75% कोई अन्य नौकरी कर सकते हैं.
- यदि मानकर चलें कि सेना मे प्रतिवर्ष 50,000 की वर्तमान भर्ती होती है. यह होती रहेगी. अर्थात कुछ समय बाद 1.5 लाख लोग प्रत्येक साल सेना मे चार साल नौकरी करने के बाद ओपेन जाब मारकेट मे आ जाएँगे और 50 हजार सामान्य रुप मे सेना मे स्थाई रुप से जम जाएँगे.
- ये डेढ़ लाख लोग पूर्ण रुप से प्रशिक्षित रहेंगे. ध्यान दीजिए कि सेना मे प्रशिक्षण केवल हथियार चलाने के लिए नही होता है. हथियार चलाना तो कुल प्रशिक्षण का 10% भी नही है. अन्य 90% शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण मे जाता है. शारिरीक और मानसिक रुप से प्रशिक्षित 1.5 लोग अन्य जाब, जैसे फ्लिपकार्ट, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव, सेल्समैन, लाजिस्टिक/ट्रांस्पोर्टेशन इत्यादि जैसे लाखों जाब के लिए उपलब्ध रहेंगे.
- प्राइवेट कम्पनियाँ जो आज इस बात के लिए भारत की निंदा करती है कि यहाँ के लोगों मे स्किल उपलब्ध नही है. उनको पके पकाए 1.5 लाख लोग प्रतिवर्ष मिलेंगे जो ईमानदारी और अनुशासन की शिक्षा लेकर आए हैं. इससे प्राइवेट इंडस्ट्री को बूस्ट मिलेगा.
- यदि कोई 17 साल मे आर्मी ज्वाइन करता है तो 21 मे वह रिटायर होगा. 24 मे ग्रैजुएट होगा और उस समय उसके पास शुद्ध ट्रेनिंग और 12 लाख रुपैये मौजूद रहेंगे.
- आज से बीस साल बाद 22लाख आर्मी से प्रशिक्षित युवाओं (जिनकी उम्र 35 से कम होगी) की फौज होगी जिनको कभी भी युद्ध अथवा शांति के समय मे प्रयोग मे लाया जा सकता है।
- उधर भाजयुमों के पूर्व जिलाध्यक्ष और कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के निदेशक कमल ठाकुर ने केंद्र की इस नई योजना को अपने तरीके से समझाते हुए युवाओं को इस योजना से जुड़ने और इसका हिस्सा बनने का आह्वान किया।
अग्निपथ जॉब आर्मी की है, रहना खाना, इलाज वगैरह सब फ्री है, मतलब जो उम्र नुक्कड़ों पर चाय सिगरेट में निकल जाती है, उन 4 सालों में 23 लाख 43 हज़ार 160 रुपये कमाने का सुनहरा अवसर है।
पहला साल- 21,000×12 = 2,52,000
दूसरा साल- 23,100×12 = 2,77,200
तीसरा साल- 25,580×12 = 3,06,960
चौथा साल- 28,000×12 = 3,36,000
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4 साल सैलरी = 11,72,160 रुपए
रिटायरमेंट पर = 11,71,000 रुपए
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Total = 23,43,160 रुपए
आप 17 से 23 साल की उम्र के लड़के अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना को जॉइन जरूर कीजिए। समझिए आपको 4 साल आर्मी की ट्रेनिंग दी जाएगी, साथ मे पैसे भी, जॉब वैसे भी नहीं है, बारहवीं या ग्रेजुएशन करने के बाद सीधे अग्निपथ के रास्ते पर चले जाइए, यही आपका भविष्य है।
उसके बाद 24-25 की उम्र में रिटायरमेंट के बाद, इन पैसों से कोई बिजनेस शुरू कर लीजिएगा.. लाइफ जैसी अभी चल रही है उससे बेहतर तय है।
सोचिए 24 की उम्र में zero से आर्मी ट्रेनिंग के साथ कुल मिला कर 11 लाख रूपये सैलरी के रूप में मिलने वाला पूरा पैसा अगर आप ख़त्म भी कर देते हैं तो रिटायरमेंट के वक़्त मिलने वाला 11 लाख 71 हजार रुपए कम नहीं है।
👉 आप अग्निपथ योजना के विरोध का हिस्सा मत बनिए।