मध्यप्रदेश की तर्ज पर आर्ट ऑफ लिविंग के साथ मिलकर हिमाचल में भी योग, आयुर्वेद और मनोबल बनाए रखने पर मरीजों को मार्गदर्शन की व्यवस्था करने की AOL की प्रदेश इकाई ने जताई आवश्यकता
आर्ट ऑफ लिविंग की प्रदेश इकाई ने हिमाचल में भी मध्यप्रदेश की तर्ज पर संस्था और सरकार के बीच आपसी सहयोग से काम करने की आवश्यकता जताई है ताकि कोरोना के इस दूसरे प्रहार से अधिक से अधिक लोगों को बचाया जा सके। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक व धर्म गुरु श्री श्री रविशंकर से टेलीफोन के माध्यम से बातचीत के दौरान कहा कि कोरोना संक्रमण के विरूद्ध रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कोरोना से प्रभावित व्यक्तियों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए योग और आयुर्वेद का सहयोग लिया जाएगा। इस दिशा में श्री श्री रविशंकर ने राज्य सरकार को सहयोग का आश्वासन दिया है। इस संबंध में श्री श्री रविशंकर से फोन पर बात हुई है। आर्ट ऑफ लिविंग की टीम योग, आयुर्वेद और मरीजों की मनोस्थिति को कमजोर तथा नकारात्मक होने से बचाने और उनका मनोबल बनाए रखने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन देने में सहयोग प्रदान करेगी। कोविड महामारी को लेकर मन मैं बैचेनी, व्यग्रता, चिंता, तनाव और अवसाद जैसी स्थितियों को बनने से रोकने में सहयोग करने के साथ-साथ संक्रमण अवधि में उपचार के दौरान मरीज को स्वास्थ्यप्रद पौष्टिक आहार लेने के संबंध में भी मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा। इकाई का कहना है कि होम आयसोलेशन तथा कोविड केयर सेंटर में रह रहे व्यक्तियों को वीडियो कॉल और फोन कॉल के माध्यम से योग, प्राणायाम, आसन तथा आहार के संबंध में मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा। जनअभियान परिषद इस गतिविधि में आवश्यक समन्वय और सहयोग करेगी।