आर्ट ऑफ लिविंग संस्था देश भर में ग्रामीण विकास और कौशल विकास की विभिन्न परियोजना को जमीनी स्तर पर पहुंचाने के लिए समर्पित, राज्य के साथ 40 लाख के दो MOU हस्ताक्षरित
आर्ट ऑफ लिविंग ने देशभर में लगभग 25 प्रदेशों के 498 ज़िलों में 3 लाख युवाओं तक ग्रामीण और कौशल विकास की विभिन्न योजनाएं पहुंचाई हैं। इसकी जानकारी देते हुए आर्ट ऑफ लिविंग की प्रदेश मीडिया प्रभारी तृप्ता शर्मा ने बताया कि गुरुदेव पूज्य श्री श्री रवि शंकर जी की प्रेरणा से आर्ट ऑफ लिविंग श्री श्री रूरल डेवलपमेंट ट्रस्ट देश भर में ग्रामीण विकास और कौशल विकास की विभिन्न परियोजना को जमीनी स्तर पर पहुंचाने के लिए समर्पित है
उन्होंने कहा कि ट्रस्ट द्वारा शनाइडर कंपनी के सहयोग से देशभर के कुछ राज्यों में आईटीआई में कौशल विकास केंद्रों (skill center of excellence ) का शुभारंभ किया गया।
डायरेक्टरेट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन हिमाचल प्रदेश के साथ हस्ताक्षरित किए गए mou के अंतर्गत सोलन एवं कांगड़ा (घरजामुला ) में सौर एवं विद्युत व्यवसायिक प्रशिक्षण के लिए 40 लाख रूपए की लागत से 2 केंद्र स्थापित किए गए ।
आईटीआई सोलन में सौर विद्युत व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रयोगशाला का शुभारम्भ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने किया ।
आईटीआई गढ़ जमुला में स्किल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ विधान सभा अध्यक्ष विपिन परमार द्वारा किया गया ।
व्यवसायिक इकाइयां आवश्यकता के अनुरूप आधुनिक एवं उन्नत तकनीक से प्रशिक्षणार्थियों को परिचित कराने के उद्देश्य से इन कौशल विकास केंद्रों की स्थापना की जा रही है
इस परियोजना के आगामी चरण में प्लंबिंग, कारपेंटर जैसे ट्रेड को भी उन्नत तकनीक से लैस करते हुए यह कार्य निरंतर चलता रहेगा
प्रशिक्षणार्थियों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा व्यक्तित्व निर्माण के कार्यक्रमों से मानसिक शारीरिक एवं भावनात्मक रूप से सुदृढ़ बनाना एवं युवाओं के भीतर आत्मविश्वास संप्रेषण कौशल तनाव मुक्त करने के लिए छह दिवसीय युवा नेतृत्व प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें. पिछले सप्ताह आईटीआई सोलन में 70 विद्यार्थियों और आईटीआई गढ़ जमुला में 50 विद्यार्थियों ने लाभ उठाया इस तरह के कार्यक्रम का शुभारंभ वर्ष 2015 मैं किया गया जिसके अंतर्गत लगभग 10,000 युवा लाभान्वित हुए
हिमाचल में कारागार से कारीगरी कार्यक्रम के अंतर्गत जल्दी ही नहान धर्मशाला तथा कंडा के कारावासों में भी कौशल विकास केंद्र स्थापित किए जाएंगे