मुख्यमंत्री ने ऊना विधानसभा क्षेत्र के लिए 70 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के किये उदघाटन व शिलान्यास
1 min readमुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ज़िला ऊना विधानसभा क्षेत्र के लिए लगभग 70 करोड़ रुपये की लागत की 45 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण किए और आधारशिला रखी।
जय राम ठाकुर ने ऊना में 22 विकासात्मक परियोजनाओं, जिनमें औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में 1.90 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पर्यटन व्यापार भवन, 2.43 करोड़ रुपये की लागत से बनगढ़ के आई.आर.बी. परिसर में निर्मित 12 टाईप-2 क्वाटर्ज़, 2.57 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 12वीं गृह रक्षा वाहिनी भवन, 2.06 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सतर्कता कार्यालय भवन, 2.40 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पुलिस विभाग के 6 टाईप-2 कवाटर्ज़, नाबार्ड के अंतर्गत 2.61 करोड़ रुपये की लागत से लोअर देहलान पंचायत में (लोअर देहलां से बडेहर, सुध्याना तालाब से बसदेहड़ा, सम्पर्क मार्ग से मुहल्ला चैधरियां और सम्पर्क मार्ग से मुहल्ला-महंतां तक) सड़कों को चैड़ा करने व सुधार कार्य, 51 लाख रुपये की लागत से बैरक ब्लाॅक का उद्घाटन, जिसमें में बैरक के आसपास की भीतरी डब्ल्यू.एस. व एस.आई. बाउंड्री दिवार, शस्त्र भण्डार और 3 चैक पोस्ट, पी.एल. इंटरलाॅकिंग टाइलें बाहरी डब्ल्यू.एस. व एस.आई. एवं 50 यूजर के लिए सेप्टिक टैंक का निर्माण शामिल है, का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने देहलां में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के निकट 38 लाख रुपये की लागत से ट्यूबवैल, जलग्रां में 37 लाख रुपये की लागत से ट्यूबवैल, कुठार कलां में बरवाल मुहल्ला के निकट 54 लाख रुपये की लागत से ट्यूबवैल, जनकोर में गौसदन के निकट 49 लाख रुपये की लागत से ट्यूबवैल, देहलां में वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के निकट 48 लाख रुपये की लागत से ट्यूबवैल, उदयपुर में पंचायत घर के निकट 47 लाख रुपये की लागत से ट्यूबवैल, मलाहत में 29 लाख रुपये की लागत से ट्यूबवैल, 94 लाख रुपये की लागत से गांव मेहतपुर व जखेड़ा के लिए जलापूर्ति योजना, जिला अस्पताल ऊना के लिए 70 लाख रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना, तहसील ऊना में गांव कुठार खुर्द के लिए 41 लाख रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना, तहसील ऊना के बारसड़ा गांव के लिए 36 लाख रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना, जट्टपुर क्षेत्र में संतोषगढ़ कस्बे के लिए 1.16 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना, 75 लाख रुपये की लागत से देहलां (ब्रह्मानन्द) जलापूर्ति योजना का संवर्धन, देहलां शोकरा में 54 लाख रुपये की लागत से ट्यूबवैल, जलग्रां गांव के लिए 52 लाख रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना और वन मण्डल कार्यालय ऊना में 24 लाख रुपये की लागत से निर्मित रिकाॅर्ड रूम जनता को समर्पित किए।
जय राम ठाकुर ने ऊना में 23 परियोजनाएं, जिनमें 8.80 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्र) ऊना का भवन, गांव झुडोवाल में 89 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बेहदला में 53 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले कमरों, देहलां के रायपुर सहरां में 79 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सहायक अभियन्ता कार्यालय एवं आवासीय भवन, बसदेहरा में 4.21 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 30 बिस्तरों वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, गांव झुडोवाल में 46 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली उठाऊ सिंचाई योजना, गांव रामपुर के लिए 50 लाख रुपये की लागत से होने वाली उठाऊ सिंचाई योजना, गांव बदेहर (रामपुर तलाई क्षेत्र) में 68 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले ट्यूबवैल, बडेहर में (मोहल्ला चिलांवाला) 71 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले ट्यूबवैल, रामपुर बेला में 49 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले ट्यूबवैल, 70 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली मलूकपुर माजरा जलापूर्ति योजना और ऊना विधानसभा क्षेत्र में छूटे हुए परिवारों के लिए 5.73 करोड़ रुपये की लागत से मौजूदा योजनाओं के तहत क्रियाशील पानी के कनैक्शन प्रदान करने के लिए आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री ने राजकीय महाविद्यालय ऊना में 11.93 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले नये शैक्षणिक खण्ड के निर्माण, राजकीय पशु चिकित्सालय बसदेहड़ा में 63 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले भवन, 62 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले राजकीय पशु चिकित्सालय संतोषगढ़ के भवन, मेहतपुर में 74 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले हि.प्र. राज्य औद्योगिक विकास निगम कार्यालय एवं निरीक्षण हट, 4.68 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले खण्ड विकास कार्यालय भवन ऊना, जिला आयुर्वेदिक अस्पताल के निकट 96 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली पार्किंग, नगर निगम ऊना में जिला परिषद् कार्यालय के निकट वार्ड नं. 3 में 1.03 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली वेंडिंग मार्किट जोन, 20 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली वन चैक पोस्ट मेहतपुर, वन मण्डल ऊना में 15 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले टाईप-2 क्वाटर्ज़ तथा उप-निदेशक, पशुपालन कार्यालय ऊना में 58 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सम्मेलन कक्ष के निर्माण की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री ने शिमला से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान मुश्किल समय में जिला ऊना ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों में फंसे लगभग 2.50 लाख हिमाचलवासियों को प्रदेश वापिस लाया गया, जिनमें से अधिकांश को रेलगाड़ियों से ऊना तक पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने वापिस लाए गए लोगों को घर भेजने से पहले उनकी उचित जांच सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि ऊना में पी.जी.आई. के सेटेलाइट केन्द्र को स्थापित करने के लिए 450 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 550 करोड़ रुपये की लागत से इण्डियन आॅयल के डिपो का निर्माण भी जल्द किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा आज रखी गई आधारशिलाओं से संबद्ध निर्माण कार्य निर्धारित समय में पूरे किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी अभी तक खत्म नहीं हुई है, इसलिए हम सबको सावधान एवं सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हालांकि प्रदेश में कोविड के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है परन्तु अभी भी स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने लोगों से परस्पर दूरी बनाए रखने व घर से बाहर निकलते समय फेस मास्क का उपयोग करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विवाह व अन्य सामाजिक आयोजनों के दौरान लोगों की अधिकतम संख्या 100 निर्धारित की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि विवाह और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों में कार्यरत केटरिंग स्टाफ के लिए कोविड परीक्षण अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि यह सब कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उद्देश्य से किया गया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि कोविड महामारी ने सभी को अपनी विकासात्मक प्राथमिकताओं पर पुनर्विचार करने व पुर्ननियोजित करने के लिए बाध्य कर दिया है। इस महामारी के कारण अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। उन्होंने सभी अधिकारियों को क्षेत्र में विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा करने के लिए अपनी प्राथमिकताओं को पुर्ननियोजित व पुर्ननिर्धारित करने को कहा। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के पास लगभग 12 हज़ार करोड़ रुपये अव्ययित धन के रूप में हैं, जिन्हें चिन्हित कर विकासात्मक कार्यों में उपयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि धन के अभाव के कारण प्रदेश के विकास में कोई बाधा न आए इसलिए अधिकारियों को उपलब्ध राशि का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के प्रभावी कार्यान्वयन में हिमाचल प्रदेश को देश का पहला राज्य आंका गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान जल जीवन मिशन के अन्तर्गत 360 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अटल सुरंग का समर्पण राज्य के लोगों के प्रति उनके स्नेह को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर अनलाॅक के बाद यह प्रधानमंत्री का पहला दौरा था।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार इस साल 27 दिसंबर को अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे करने जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए इस उपलक्ष्य पर शिमला में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान राज्य के अधिकतम लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को बिहार में एनडीए की शानदार जीत के लिए बधाई दी और कहा कि नीतीश कुमार को लगातार चैथी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय केंद्र सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों को जाता है।
केंद्रीय वित्त और काॅरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि सतपाल सिंह सत्ती हमेशा अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास से संबंधित मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऊना जिला में विशेष रूप से पिछले तीन वर्षों के दौरान अभूतपूर्व विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि ऊना में पी.जी.आई. का सैटेलाइट सेंटर क्षेत्र के लोगों को विशेष स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन केंद्र सरकार की एक प्रमुख परियोजना है, जो वर्ष 2022 तक देश के हर घर में पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के किसानों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं शुरु की हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान युवाओं, व्यापारी समुदाय, श्रमिकों, महिलाओं, कर्मचारियों और समाज के अन्य वर्गों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की गईं हैं।
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य के हर घर में नल से पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाएं शुरु की हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आरम्भ किया गया जल जीवन मिशन इस दिशा में देश के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस मिशन के तहत निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने में राज्य का प्रदर्शन देश में सर्वश्रेष्ठ रहा है। उन्होंने कहा कि ऊना जिले में स्वां तटीकरण परियोजना लगभग पूरी हो चुकी है और शेष कार्य को पूरा करने के लिए वित्तपोषण का मामला केंद्र सरकार से उठाया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पांच नदियों के तटीकरण के लिए करोड़ों रुपये की पांच बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि ये सभी 45 योजनाएं ऊना विधानसभा क्षेत्र को राज्य के एक माॅडल विधानसभा क्षेत्र के रूप में स्थापित करेंगी। उन्होंने कहा कि ऊना जिले में पिछले तीन वर्षों के दौरान अभूतपूर्व विकास हुआ है और यह जिले के प्रति मुख्यमंत्री की विशेष उदारता के कारण सम्भव हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं, जिनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहना की है।
मंडल भाजपा अध्यक्ष हरपाल सिंह बेदी ने भी इस अवसर पर मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज और तकनीकी शिक्षा मंत्री डाॅ. राम लाल मारकंडा शिमला में मुख्यमंत्री के साथ उपस्थित थे, जबकि ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल और वन मंत्री राकेश पठानिया उनके संबंधित क्षेत्रों से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
विधायक बलबीर चैधरी और राजेश ठाकुर, हिमुडा के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा, हि.प्र. राज्य औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार, उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, पुलिस अधीक्षक ऊना अर्चित सेन ठाकुर इस अवसर पर ऊना में उपस्थित थे।
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