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कांग्रेस ने प्रदेश विश्वविद्यालय में फर्जीवाड़े से शिक्षकों की नियुक्तियां करने के लगाए आरोप,कांग्रेस प्रवक्ता सौरव चौहान ने कहा- सत्ता में आने पर फर्जी तरीके से की गई नियुक्तियों की जांच करेगी कांग्रेस सरकार

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कांग्रेस ने कहा है कि प्रदेश सरकार उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की नियुक्तियां मैरिट पर न कर, भाई भतीजेवाद से कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता सौरव चौहान ने कहा है कि हिमाचल में किस तरह उच्च शिक्षण संस्थानों में एक विशेष विचारधारा के लोगों का फर्जीवाड़ा कर नियुक्तयां की जा रही हैं, इसका उदाहरण विश्वविद्यालय हैं। विश्वद्यालय में नकली और फर्जी अनुभवों के आधार पर शिक्षकों की नियुक्तियां कर दी गईं। विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्तियों के लिए यूजीसी ने मापदंड तय कर रखे हैं। निर्धारित यूजीसी नियमों और मापदंडों के अनुरूप ही एस्सिटेंट प्रोफेसरों, सहायक प्रोफेसरों और प्रोफेसरों की नियुक्तियां की जाती हैं। इनमें रिसर्च वर्क करना, यूजीसी द्वारा निर्दिष्ट पत्रिकाओं में इस रिसर्च को प्रकाशित होना जरूरी है। लेकिन विश्वविद्यालय में नियुक्त कई शिक्षक इस शर्त को पूरी नहीं कर रहे। विश्वविद्यालय में अधिकांश पदों पर मापदंडों के अनुसार नियुक्तियां नहीं की गईं।
सौरव चौहान ने कहा है कि जिस तरह एक विचारधारा और अपने चहेतों को नियुक्तयां दी गई हैं, उसका कांग्रेस ने कड़ा संज्ञान लिया है। इन भर्तियों से जहां योग्य उम्मीदवार बाहर हुए हैं, इससे विश्वद्यालय का शैक्षणिक स्तर भी गिर रहा है। छात्र इसको लेकर प्रशासन से सवाल उठा रहे हैं। लेकिन प्रशासन छात्रों की आवाज दबाने का प्रयास कर रहा है। बीते दिन इस मुद्दे को लेकर ईसी सदस्यों के सामने रखने जा रहे एनएसयूई के सदस्यों से पुलिस द्वारा धक्का मुक्की की गई और उनको ईस सदस्यों से मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि छात्रों को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने का हक है, लेकिन प्रशासन भर्जी तरीके से हुई भर्तियों पर इनकी आवाज का दबाने का प्रयास कर रहा है। कांग्रेस इसको बर्दाश्त नहीं करेगी।
सौरव चौहान ने कहा कि कांग्रेस शिक्षकों की भर्ती के इस भर्जीवाड़े को लेकर गंभीर है और सरकार बनने पर इसकी जांच करवाएगी। इसके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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