कांग्रेस ने प्रदेश में जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत की घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता नरेश चौहान ने की उच्च न्यायालय के जज से मामले की जांच करवाने की मांग
कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री के गृह ज़िला मंडी में जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और इस मामले की उच्च न्यायालय के जज से जांच किए जाने की मांग की है । शिमला में आज एक पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस पार्टी के प्रदेश के प्रमुख प्रवक्ता नरेश चौहान ने कहा कि ऐसी घटना का होना हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है । उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों में इस तरह की वारदातें आम है लेकिन हिमाचल प्रदेश में यह पहली ऐसी घटना है जिसमें जहरीली शराब से 7 घरों के चिराग बुझ गए । नरेश चौहान ने कहा कि इस तरह की वारदात के पीछे नशा माफिया सक्रिय हैं और विभाग और प्रशासन की मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं है कि लाइसेंस शुदा दुकान में जहरीली शराब बिक रही हो । नरेश चौहान ने कहा कि अपना पैसा बनाने के लिए लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले बेनकाब होने चाहिए, और उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मामले की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी में एसपी मंडी को शामिल करना और कोरोना पॉजिटिव एसपी कांगड़ा को शामिल करना इस बात का सबूत है कि प्रदेश सरकार इस मामले की गंभीरता से नवाकिफ है । नरेश चौहान ने यह भी कहा कि नशा माफिया को रोकने में सरकार गंभीर नहीं है और इसके लिए एक ठोस नीति बनाने की जरूरत है । उन्होंने इस पूरी घटना के लिए सरकार और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।