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प्रदेश के साहित्कारों व साहित्य प्रेमियों के लिए शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में खुला किताब घर, भाषा एवं संस्कृति विभाग के सचिव राकेश कंवर ने किया उद्घाटन

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राकेश कंवर जब जब भी भाषा एवं संस्कृति विभाग के सचिव रहे उन्होंने कलाकारों और साहित्यकारों के लिए कुछ नया करने का हमेशा प्रयास किया । इससे पहले जब राकेश कंवर विभागीय सचिव रहे तो उन्होंने रंगमंच के कलाकारों के लिए नाटक मंचन के लिए स्क्रिप्ट तलाश की सबसे बड़ी समस्या को दूर करने के लिए गेयटी थिएटर में एक स्क्रिप्ट बैंक बनाने की ओर महत्वपूर्ण प्रयास किया और अब हिमाचल प्रदेश के साहित्यकारों व साहित्य प्रेमियों के लिए भी ऐसी ही अनूठी पहल करने की कोशिश की गई है । प्रदेश के लेखकों की रचनाओं एवं साहित्य की उपलब्धता के लिए आज गेयटी थिएटर के प्रदर्शनी हॉल में किताब घर का उद्घाटन सचिव भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश राकेश कंवर द्वारा किया गया।

इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस किताब घर के खुलने से जहां हिमाचल के लेखकों की किताबें, हिमाचल पर लिखी गई किताबें और हिमाचल पर किए गए शोध व उससे संबंधित पुस्तक व सामग्री इस किताब घर में पढ़ने व खरीदने के लिए उपलब्ध रहेगी वहीं हिमाचल की कलाकृतियां व अन्य कार्यों को भी इस परिधि क्षेत्र में स्थान उपलब्ध करवाया जाएगा ।

उन्होंने कहा कि लोग यहां से हिमाचल के लेखकों की किताबें खरीद व पढ़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि हिमाचल के रचनाकारों के साहित्य की उपलब्धता के लिए आने वाले दिनों में यह स्थान अत्यंत कारगर साबित होगा। उन्होंने बताया कि इसमें हिमाचल के 115 लेखकों की 400 किताबें तथा अकादमी और भाषा विभाग द्वारा प्रकाशित अन्य विभिन्न विषयों की दो हजार के करीब किताबें उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि यह किताब घर प्रतिदिन दोपहर 2:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहेगा इस अवसर पर निदेशक भाषा संस्कृति एवं प्रारंभिक शिक्षा डॉ पंकज ललित तथा प्रदेश के वरिष्ठ एवं प्रख्यात साहित्यकार व लेखक उपस्थित थे। उन्होंने कार्यक्रम के उपरांत उपस्थित साहित्यकारों कलाकारों व लेखकों से परस्पर विचार-विमर्श भी किया। उन्होंने बताया कि चर्चा के दौरान जिन बिंदुओं पर रचनाकारों द्वारा सुझाव प्रदान किए गए हैं उन्हें सरकार के ध्यान में लाकर क्रियान्वित करने का प्रयास किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक रचनाकारों को इसमें शामिल कर प्रदेश की कला संस्कृति और भाषा का विस्तार किया जा सके।

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