घाना में आयोजित सांस्कृतिक महोत्सव 2022 “वाइब्रेंट अफ्रीका-द राइजिंग रिदम’ में धार्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का भव्य स्वागत,श्री श्री ने घाना सरकार से लोगों को तनाव से उबरने और सकारात्मकता फैलाने में मदद करने के लिए देश भर में हैप्पीनेस सेंटर स्थापित करने का किया आह्वान
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दिल्ली में 2016 में अन्तर्राष्ट्रीय धार्मिक व सामाजिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से आयोजित विश्व सांस्कृतिक समागम के बाद अब संस्था के अफ्रीका चैप्टर ने संगठन के वसुधैव कुटुम्बम के सजीव सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए, ‘वाइब्रेंट अफ्रीका-द राइजिंग रिदम’ नामक भव्य सांस्कृतिक महोत्सव 2022 का आयोजन किया, जहां सभी अफ्रीकी देशों के ख्याति प्राप्त पारंपरिक लोक संगीतकार, गायक, अंतरराष्ट्रीय स्तर के अफ्रीकी कलाकार अपनी कला को प्रस्तुत करने के लिए एक साथ आए, और वैश्विक आध्यात्मिक गुरु, गुरुदेव श्री श्री रविशंकर की उपस्थिति में लाखों लोग कला, सद्भाव, प्रेम और विविधता में एकता का उत्सव मनाने के लिए एक वैश्विक परिवार के रूप में शामिल हुए। गुरुदेव अफ्रीकी देशों घाना, नाइजीरिया, युगांडा और तंजानिया, इन चार देशों की पहली यात्रा पर हैं, जहां जीवन के सभी क्षेत्रों के नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया है।
श्री श्री रविशंकर अफ्रीकी देशों घाना, नाइजीरिया, युगांडा और तंजानिया, इन चार देशों की पहली यात्रा पर हैं। एक विनाशकारी महामारी के बाद मानवता के घाव भरने, एक खुशहाल, हिंसा मुक्त और तनाव मुक्त समाज बनाने के लिए गुरुदेव और उनके तीव्र आह्वान को शिक्षाविदों, राजाओं और विभिन्न राज्यों के शासकों और व्यापार और उद्योग जगत के नेता, अभिनेता, कलाकार और अनेक प्रभावशाली लोगों सहित जीवन के सभी क्षेत्रों के नेताओं से बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।
घाना की अपनी पहली यात्रा पर, गुरुदेव का राष्ट्रपति एच.ई. नाना अकुफो-एडो, जिन्होंने अफ्रीका में आर्ट ऑफ लिविंग की पहल के लिए समर्थन दिखाया और देश में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य व कल्याण के उत्थान के उद्देश्य से आयुर्वेद, कृषि, युवा कौशल प्रशिक्षण और जेल कार्यक्रमों के क्षेत्रों में कार्यक्रम शुरू करने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग का स्वागत किया। गुरुदेव को घाना में भारतीय उच्चायोग में राजनयिकों और सरकारी अधिकारियों को सम्बोधित करने व उनके लिए ध्यान के एक सत्र का नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया गया था। उन्होंने स्वदेशी समुदाय के श्रद्धेय नेताओं से भी मुलाकात की और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इन नेताओं द्वारा अपनी परंपराओं को जीवित रखने और उनका सम्मान करने के लिए किए गए भारी प्रयासों की सराहना करने और सीखने के लिए प्रोत्साहित किया।
गुरुदेव ने घाना सरकार से लोगों को तनाव से उबरने और सकारात्मकता फैलाने में मदद करने के लिए देश भर में हैप्पीनेस सेंटर स्थापित करने का भी आह्वान किया। हैप्पीनेस 3.0 नामक एक कार्यक्रम में, गुरुदेव ने कहा, “एक सुखी समाज का निर्माण न केवल सही परिस्थितियों के निर्माण पर निर्भर करता है, बल्कि उन परिस्थितियों की खोज के लिए सही संस्थानों के निर्माण पर भी निर्भर करता है।” गुरुदेव ने अकरा में घाना के उपराष्ट्रपति महामहिम महामुदु बावुमिया के साथ एकेडमिक सिटी यूनिवर्सिटी कॉलेज का उद्घाटन किया। छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ अपने मस्तिष्क और भावनाओं को संभालने में सक्षम बनाने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग की कार्यशालाएं विश्वविद्यालय में प्रेरणा कार्यक्रमों का हिस्सा होंगी।
दो दिनों के दौरान, गुरुदेव ने अभिनेत्री ना अशोरकर सहित अफ्रीका के विख्यात लोगों के साथ भी बातचीत की, जिसने प्रेम, प्रसन्नता और विश्व शांति जैसे विषयों पर गुरुदेव से बातचीत की। ऐसे समय में जब वैश्विक महामारी अपने पीछे दुर्बल मानसिक स्वास्थ्य और वित्तीय असफलताओं की महामारी छोड़ गयी है, यह संगठन अनिश्चितता और व्यवधान से निपटने में उन्हें सशक्त बनाने के लिए कर्मचारियों के मध्य भावनात्मक लचीलेपन का पुनर्निर्माण करना चाह रहे हैं। गुरुदेव ने नाइजीरियाई व्यापार समुदाय के प्रमुख हितधारकों की उपस्थिति में एक सीईओ गोलमेज का नेतृत्व किया जिसका शीर्षक था ‘महामारी के बाद के युग में कैसे जीवित रहें, पनपें और सफल हों’ । उत्प्रेरक डॉ. लैनरे ओलुसोला के साथ अपनी बातचीत में गुरुदेव, ने नाइजीरिया में संगठनात्मक विकास, सामुदायिक विकास, मानव क्षमता निर्माण, मानसिकता बदलने और भावनात्मक लचीलापन विकसित करने जैसे कई मामलों पर चर्चा की।
इरु किंगडम के राजा ओबा अब्दुलवासिउ गबोलाहन लवाल ने हैप्पीनेस सेंटर के उद्घाटन के समय कहा, “मैं भारत के आर्ट ऑफ लिविंग के एक प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी करके प्रसन्न हूँ, जिसका नेतृत्व शांति के वैश्विक राजदूत – गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने किया ।” हैप्पीनेस सेंटर जो कि इरु भूमि में एक अनूठा स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र है, मानसिक स्वास्थ्य और उचित जीवन शैली को बढ़ावा देने, शांति को बढ़ावा देने हेतु मानवता के लिए बनाया गया है। मैं आपके (गुरुदेव) और आपकी टीम द्वारा दुनिया भर में किए गए इस तरह के इरादों और महान कार्य की सराहना करता हूं, यहां तक कि मुझे उम्मीद है कि हम मानवता की जरूरतों को पूरा करने और विश्व शांति के प्रचार के लिए चर्चा में उठाई गयी अधिकांश महान पहलों को लागू कर सकते हैं।”
आर्ट ऑफ़ लिविंग 2.3 मिलियन से अधिक अफ्रीकियों तक पहुँच चुका है और इसने 22 अफ्रीकी देशों को शांति अभियानों के माध्यम से जोड़ा है। संगठन 10 से अधिक वर्षों से नाइजीरिया में हैप्पीनेस और युवा नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम पढ़ा रहा है और इसने लागोस, पोर्ट हरकोर्ट, कानो, कडुना, अबूजा, एनुगु और डेल्टा राज्यों में हजारों लोगों को प्रभावित किया है।
Today, I wnt to the bbeachfront with myy children. I found a sea shell aand gace it tto
my 4 ysar old daughter andd said “You can hear the ocean if you put this to your ear.” She putt tthe shell tto her ear and screamed.
There wass a hermit rab inside and it pinced her ear. She never wants tto ggo back!
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