जल जीवन मिशन के तहत पेयजल उपलब्ध करवाने को लेकर जलापूर्ति विभाग के साथ आईआईआरडी देगा सेवाऐं, प्रदेश में पंचायत प्रतिनिधियों और युवक व महिला मंडल के सदस्यों को करेगा जागरूक व प्रशिक्षित
राष्ट्रीय जन जीवन मिषन द्वारा हिमाचल प्रदेष में आईआईआरडी संस्था को ग्रामीण लाभान्वित लोगों को प्रषिक्षण एवं सहयोग करने के लिए चयन किया गया है । राश्ट्रीय जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल से महरूम समस्त लोगों तक नल के माध्यम से जल पहुंचाने का बीड़ा उठाया है । इसके लिए पाईप के माध्यम से जल को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा । जल जीवन मिशन एक बारगी यह काम समाप्त कर देगा लेकिन इसके दूरगामी प्रभाव एवं संरक्षण के लिए आम ग्रामीण लोगों को आईआईआरडी जागरुक एवं प्रषिक्षित करेगा ।
राश्ट्रीय जल जीवन मिषन एक क्रांति की तरह है विषेशकर ग्रामीण भारत के लिए यह वरदान साबित होगा ।मीलों पैदल चल कर घर की महिलाओं एवं किषोरियों को पानी के लिए जाना पड़ता था । इससे यहां एक तो सुरक्षा का प्रष्न था दूसरा जो तक़लीफ उठानी पड़ती थी, उसका ब्यां करना भी मुष्किल है । लेकिन मिषन इसे संभव बनाते हुए घर तक नल के माध्यम से स्वच्छ जल लाने के प्रति संकल्पबद्ध है । इसे हिमाचल प्रदेष में भी ज़ोर षोर से चलाया जा रहा है और इस पर कार्य आरंभ हो चुका है । लेक़िन भविश्य के लिए इसके लाभ और टिकाउपन लाने के उद्देष्य से इस योजना के बारे में पूरी जानकारी, जागरुकता एवं प्रषिक्षण आम ग्रामीणों को होना आवष्यक है । यह ज़िम्मा हिमाचल प्रदेष में अभी सामाजिक सेवा एवं तकनीकि प्रषिक्षण में अव्वल में तत्पर संस्था आईआईआरडी को सौंपा गया है । आरंभिक स्तर पर यह कार्य ज़िलों की पंचायतों से होगा जिसमें प्रत्येक पंचायत से संबन्धित युवा, महिला मंडल, स्वयं सहायता समूह एवं पंचायत प्रतिनिधि की एक चयनित सीमित संख्या होगी । इसकी षुरुआत जनवरी 2022 से मंडी और षिमला ज़िले से की जा रही है । संस्था उन लोगों को प्रषिक्षित कर उन्हें इस मिषन के बारे में जागरुक करेगी साथ ही किस प्रकार इस योजना का दूरगामी लाभ प्राप्त किया जा सकता है, इस पर भी प्रषिक्षण दिया जाऐगा । किस प्रकार इस योजना के अंतर्गत पानी का संरक्षण हो, स्वच्छ जल की उपलब्धता एवं सुनिष्चितता बनाई जा सकती है इस पर भी जागरुक करेगी । इसके लिए संस्था इनडोर, आउटडोर प्रषिक्षण भी देगी । संस्था के अनुसंधान व्यक्तियों के अलावा जल मिषन एवं अन्य संबन्धित विभागों के अधिकारी भी इस प्रषिक्षण का हिस्सा होंगे ताकि हर पहलु पर संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके । हिमाचल में इस प्रषिक्षण कार्यक्रम में इंजीनियर जे एस चैहान, निदेषक, डब्लयू एस एस ओ/एस डब्ल्यु एसएम जल षक्ति विभाग, कंचन शर्मा, ई ई,
दिपक अग्रवाल प्रमुख एस ई के रुप से इसका हिस्सा है । जबकि रजनीष ओंकार, शिमला ग्रामीण को देख रहे हैं । मंडी में विकास कपूर, अधिषासी अभियंता और प्रषिक्षण प्रमुख कार्यभार देखेंगे । षिमला में आईआईआरडी कांप्लैक्स, षनान में तथा मंडी में ढांगसी धार मंडी में प्रषिक्षण केन्द्र में प्रषिक्षण दिया जाऐगा । केन्द्र सरकार, राज्य सरकार एवं विभाग इस प्रषिक्षण कार्यक्रम को सार्थक बनाने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है जिसे संस्था द्वारा मुक्कमल किया जाऐगा।
यह मिषन भारत सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है । यदि इसकी सफलता सिरे चढ़ती है तो देष में यह एक क्रांति से कम नहीं होगा । लेकिन यहां आम नागरिकों की जिम्मेवारी अधिक हो जाती है । पानी तो नल के माध्यम से घर तक आ जाएगा उसके बाद उसे किस प्रकार उपयोग में लाना है ताकि भविष्य में जल संकट न हो और आने वाली पीढ़ी को भी इसका लाभ मिले, यह चिंतन और समझ पैदा करना प्राथमिकता होगी ।