शिमला के धामी अस्पताल में डॉक्टरी के पुनीत पेशे को महिला चिकित्सक ने किया शर्मसार,दर्द में कराहता छोड़ा दराट से कटे युवक को

शिमला के धामी अस्पताल में आज चिकित्सीय पेशे को शर्मसार करने वाली एक ऐसी घटना सामने आई है जिसमें भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ने इंसानियत को ही शर्मसार कर दिया । यह मामला उस समय सामने आया जब धामी के एक युवक बॉबी का काम करते समय दरार से पैर कट गया । अपने इलाज के लिए वो धामी अस्पताल पहुंचे लेकिन उन्हें वहां कोई डॉक्टरी सहायता नही मिली । बॉबी के मुताबिक उस वक़्त वँहा मौजूद डॉ तन्वी ने अपनी ड्यूटी ऑफ होने की बात कहकर इलाज़ करने से इनकार कर दिया और ये भी बताया कि पेन डाउन स्ट्राइक की वजह से दूसरा चिकित्सक 11 बजे आएगा । ये बात कहकर इलाज तो दूर डॉ तन्वी ने घाव देखने तक कि जहमत नहीं उठाई। अधिक खून बहने से बॉबी घबरा गए और उनकी दिल की धड़कनें तेज़ हो गई पसीने से तरबतर और अत्यधिक दर्द को देखते हुए वहां तैनात फार्मासिस्ट और मिड वाइफ ने उनका इलाज कर दिया लेकिन डॉ होने के बावजूद स्पेशलिस्ट इलाज नही मिला। उन्होंने कहा कि डॉ तन्वी ने इंसानियत के तौर पर भी उनका घाव नही देखा।
बॉबी ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत cm हेल्पलाइन पर भी कर दी है कि स्वास्थ्य के प्रति मेरे सवैंधानिक अधिकार का शोषण किया गया है। बॉबी ने बताया कि डॉ तन्वी के इसी रवैये के चलते स्थानीय लोग उनके तबादले की मांग करते रहे हैं । उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायत पर डॉ तन्वी का तबादला पहले ही किया जा चुका है, लेकिन cmo राजनीतिक या अन्य कारणों से उन्हें यहां से रिलीव नही कर रहे है ।