नशे के दुष्प्रभाव पर गांव गांव में युवाओं को किया जा रहा है जागरूक-नाटकों और गीतों के माध्यम से दिया जा रहा है सन्देश
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अंतर्राष्ट्रीय मादक द्रव्य नशा निवारण दिवस के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय द्वारा ग्राम पंचायत शामलाघाट में किया गया। इस दौरान जिला कल्याण अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि कोविड मानक संचालनों की अनुपालना के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में क्षेत्र के लोगों को नशे से दूर रहने तथा नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा भी विभिन्न माध्यमों से समाज में नशा निवारण के प्रति जानकारी व जागरूकता प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कोविड-19 से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग व प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई सलाहों की अनुपालना सुनिश्चित करने के प्रति भी ग्रामीणों से अपील की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण सुनिश्चित हो इसके लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने पंचायत के पदाधिकारियों से इस संबंध में आगे बढ़कर सहयोग करने की भी अपील की।
सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, जिला शिमला कार्यालय के कलाकारों द्वारा जहां नशे से समाज को बचाने और इससे पनपने वाले रोगों के संबंध में जानकारी व जागरूकतायुक्त नुक्कड़-नाटक व समूहगान प्रस्तुत किया गया वहीं प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में भी लोगों को जानकारी दी।
इस अवसर पर तहसील कल्याण अधिकारी सुरेन्द्र भिम्टा, प्रधान ग्राम पंचायत शामलाघाट सुश्री नेहा वर्मा, उप-प्रधान यशपाल ठाकुर, वार्ड सदस्य श्रीमती जुदया देवी, मीना देवी, अनिता देवी, रविकांत, अमर चंद, पूर्व उप-प्रधान नन्द लाल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती रीना शांडिल, रीना ठाकुर, आशा वर्कर श्रीमती शकुन्तला, युवा मण्डल कण्डा प्रधान निखिल, युवा मण्डल प्रधान मांझलागांव विनय ठाकुर तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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