प्रदेश में बरसात का कहर जारी ,मूसलाधार बारिश से भूस्खलन और पहाड़ियां दरकने की बढ़ रही है घटनाएं
बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश पूरे प्रदेश के लिए आफत बनकर सामने आई है जिला लाहौल स्पीति और कुल्लू के बाद शिमला सोलन और सिरमौर में भी कई जगहों पर भूस्खलन और पहाड़ियां धड़कने की घटनाएं एक के बाद एक सामने आ रही है प्रकृति के इस कहर के लिए कहीं ना कहीं इंसानी कारगुजारी जिम्मेदार मानी जा सकती है ।लगातार हो रहा अवैध खनन ,वनों का कटान और अपनी सुविधा के लिए सड़क निर्माण के लिए हो रही पहाड़ों की खुदाई कहीं ना कहीं इस प्राकृतिक आपदा की सबसे बड़ी वजह बन रही है । इसमें कोई दो राय नहीं कि समय के साथ चलने और विकास के लिए इन सभी सुविधाओं की आवश्यकता है लेकिन जिस तरह से सड़कों के निर्माण के लिए पहाड़ों को खोदा तो जा रहा है लेकिन उन्हें धंसने से बचाने के लिए सुरक्षा दीवार नहीं बनाई जा रही उससे इस पहाड़ी प्रदेश के लिए खतरा बनना स्वाभाविक है । इस प्राकृतिक आपदा से इस बरसात में अब तक पहले ही दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है और अभी भी बारिश का यह सिलसिला लगातार जारी है । आज जिला सिरमौर के शिलाई में देखते ही देखते भारी भूस्खलन हुआ जिसके चलते पूरा पहाड़ खाई में नीचे उतर गया । गनीमत यह रही कि इसमें किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ ।
मौसम विभाग ने अभी 4 अगस्त तक मौसम के इसी तरह बने रहने की आशंका जताई है ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि आने वाले कुछ और दे प्रदेश के लोगों के लिए मुसीबत लेकर आ सकते हैं सरकार और जिला प्रशासन ने लोगों को एहतियात बरतने की अपील की है।