मैदानी तपिश ने राजधानी शिमला में बढ़ाई सैलानियों की आमोदरफ़्त, शिमला पुलिस ने ट्रैफिक प्रबंधन को सुदृढ़ करने और लोगों की सुविधा के लिए बनाया ट्रैफ़िक प्लान

राजधानी शिमला में सर्दियों और गर्मियों के दौरान पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ जाती है जिससे यहां का राजस्व तो बढ़ता है लेकिन साथ ही संकरी सड़कों सुर पार्किंग की कमी के कारण लोगों को आवागमन में खासा दिक्कतें आती हैं । वर्तमान में चल रहे ग्रीष्मकालीन पर्यटक सीजन के कारण भी शिमला शहर में वाहनों की संख्या में हुई तेज़ बढ़ोतरी हो रही है जिसे ध्यान में रखते हुए, शिमला पुलिस ने यातायात के सुचारू संचालन और जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।
फील्ड एन्फोर्समेंट को मज़बूत करने के लिए 46 अतिरिक्त पुलिस अधिकारियोंको ट्रैफिक विंग, शिमला में तैनात किया गया है। इन अधिकारियों को शहर के 23 रिक्त ट्रैफिक ड्यूटी पॉइंट्स पर रणनीतिक रूप से नियुक्त किया गया है, जिससे भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में यातायात प्रबंधन में सुधार हो सके।


इसके अतिरिक्त, 04 नए बाइक राइडर्स को तैनात किया गया है, जिससे अब कुल 21 ट्रैफिक बाइक राइडर्स शिमला शहर में कार्यरत हैं। ये बाइक राइडर्स तेज़ी से मूवमेंट कर सकें, भारी वाहन आवागमन को नियंत्रित कर सकें और ट्रैफिक संबंधी समस्याओं पर शीघ्र प्रतिक्रिया दे सकें — इस उद्देश्य से इनकी तैनाती की गई है।
पिछले एक सप्ताह में ही 2,25,000 से अधिक वाहनों का शिमला शहर में आना-जाना हुआ है। इस भारी ट्रैफिक को देखते हुए, सभी गज़ेटेड अधिकारी (GOs) अपने-अपने थाना क्षेत्रों में यातायात की निगरानी और पर्यवेक्षण में जुटे हुए हैं।
यातायात व्यवस्था को और अधिक सुचारू बनाने के लिए निकई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं जिनमें
- यातायात नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
- शहर और आसपास के क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाकर लावारिस और लंबे समय से खड़े वाहनों को हटाया जा रहा है।
- जनसाधारण से अपील: नागरिकों से अनुरोध है कि निजी वाहनों की अपेक्षा सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करें, विशेषकर मुख्य शहर क्षेत्र में, ताकि जाम की समस्या कम हो सके।