टूटू और समरहिल के बीच का रेलवे ट्रैक बना हादसों का ट्रैक,एक व्यक्ति की रेलगाड़ी से कटकर दर्दनाक मौत,स्थानीय पार्षद की अगुवाई में लोगों ने किया रोष प्रदर्शन
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कालका शिमला रेलवे ट्रैक में शिमला और तारा देवी के बीच का ट्रैक हादसों का ट्रैक बनता जा रहा है । बीते कई वर्षों में एक के बाद एक कई हादसे यहां होते आ रहे हैं लेकिन न तो प्रशासन व सरकार और ना ही रेलवे विभाग इन हादसों को रोक पाने में सफल हुआ है । यह तीनों ही कबूतर की तरह आंखें मूंदकर इन हादसों को होता देख रहे हैं टूटू रेलवे स्टेशन के साथ मझयाट, शिव नगर के बीच आम लोगों के चलने के लिए कोई रास्ता और फ्लाईओवर नहीं बनाया गया है जिस कारण हर समय यहां किसी भी दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है । आज सुबह भी इसी तरह का एक हादसा सामने आया जिसमें करीब 45 वर्षीय एक व्यक्ति की रेल गाड़ी के नीचे आकर मौत हो गई । हालांकि अभी तक इस दुर्घटना के असल कारणों का पता नहीं चला है लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है यह हादसा लोगों के चलने के लिए रास्ता न होने की वजह से पेश आया है । सूत्रों के मुताबिक करीब 9:15 बजे शिमला से कालका की ओर जा रही रेल गाड़ी के नीचे एक व्यक्ति आ गया जिसमें उसकी दोनों टांगे कट गई । हैरानी की बात यह है कि इस हादसे के बाद कोई भी रेलवे अधिकारी बहुत देर तक घटनास्थल पर नहीं पहुंचा । बाद में स्थानीय पार्षद दिवाकर दत्त शर्मा की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने रेलवे ट्रैक पर धरना प्रदर्शन किया और यहां फ्लाईओवर और उचित मार्ग बनाने की मांग उठाई । गौरतलब है कि समरहिल से तारा देवी तक के इस ट्रैक में इससे पहले भी कई हादसे हो चुके हैं और कई लोगों की जानें जा चुकी हैं खासतौर पर टूटू और मझयाट के बीच लोगों के चलने के लिए कोई उचित मार्ग नहीं है और यहां से रोज सैकड़ों लोग जिनमें बुजुर्ग और स्कूली बच्चे भी शामिल हैं इस रास्ते से जाते हैं । यह रास्ता रेलवे ट्रैक के बीचो बीच गुजरता है और हादसा कभी भी पेश आ सकता है । पुलिस आज हुई इस दुर्घटना की जांच में जुट गई है अभी ये कहना उचित नहीं होगा कि ये आत्महत्या है या दुर्घटना । लेकिन जो भी हो आने वाले समय में इस तरह की दुर्घटनाएं न हो इसके लिए सरकार व स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ रेलवे विभाग को भी उचित कदम उठाने होंगे और लोगों के आने जाने के लिए एक उचित मार्ग प्रशस्त करना होगा ताकि इन हादसों पर नकेल कसी जा सके।