खालिस्तानी आतंकी की मुख्यमंत्री को मिली धमकी के खिलाफ सत्तापक्ष और विपक्ष हुआ एकजुट, कांग्रेस के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने शिमला में तिरंगा यात्रा निकाल कर अलगाववादियों के मुंह पर मारा करारा तमाचा
कांग्रेस के युवा विधायक विक्रमादित्य सिंह अक्सर राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की बात करते हैं और विकास के मामले में वे हमेशा दलगत राजनीति को दरकिनार कर सब चीज़ों से हटकर काम करते हैं ।इसका एक और जीवंत उदहारण आज उस समय देखने को मिला जब एक खालिस्तानी आतंकी की ओर से मुख्यमंत्री को मिली धमकी के विरोध में उन्होंने शिमला में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया ।
विक्रमादित्य सिंह ने तिरंगा यात्रा का सयोजन कर एकजुटता का जबरदस्त सन्देश देते हुए कहा कि राष्ट्र हित के मसले पर वो और उनकी पार्टी सरकार के साथ है । विक्रमादित्य सिंह ने आज शिमला में अलगाववादी ताकतों के विरोध में देश की एकता और अंखडता के लिए विधानसभा परिसर से रिज मैदान तक एक तिरंगा यात्रा निकाली।एक हजार मीटर लम्बे इस तिरंगा यात्रा में पार्टी के अनेक नेताओं, पार्टी पदाधिकारियों युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस,एनएसयूआई व अन्य सेंकडो कार्यकर्ताओ ने भाग लिया।
इस दौरान पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में विक्रमादित्य सिंह ने एक खालिस्तानी समर्थक की हिमाचल प्रदेश को दी गई धमकी की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि देश के राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगे को न तो कोई झुका सकता है और न ही इसका कोई अपमान ही कर सकता है।उन्होंने कहा कि इस प्रकार की धमकी कभी सहन नही की जा सकती।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि देश मे ऐसी विघटनकारी शक्तिओ को कभी सहन नही किया जा सकता।इसके लिए सरकार को.तुरन्त ही ठोस व कड़े कदम उठाने चाहिए।उन्होंने कहा कि देश की आजादी और इसकी एकता के लिए कांग्रेस ने अपने नेताओं का बलिदान दिया है और अगर आगे भी जरूरत पड़ेगी तो वह इसके लिए तैयार खड़े है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विदेश में बैठे एक अलगाववादी ने राष्ट्रीय ध्वज फेराने बारे जो धमकी प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित उन्हें दी है उस से वह कभी डरने वाले नही।उन्होंने कहा कि देश या प्रदेश के अस्तित्व को जो चुनौती देने का दुस्साहस करने की कोशिश करेगा उसे मुहं तोड़ जबाव दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि देश एक है,राष्ट्र एक है और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा एक है जिसका अपमान कभी सहन नही होगा।