“जल प्रबंधन व प्लंबिंग स्किल काउंसिल” और अंतर्राष्ट्रीय समामाजिक व धार्मिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त तत्वावधान में “मैं भी जल रक्षक” अभियान हुआ आरंभ , शिमला ग्रामीण के पाहल और बमोत स्कूल के बच्चों को जल व पर्यावरण संरक्षण के महत्व से करवाया रूबरू
जल संरक्षण पर स्कूली बच्चों के लिए “जल प्रबंधन व प्लंबिंग स्किल काउंसिल” और अंतर्राष्ट्रीय समामाजिक व धार्मिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के संयुक्त तत्वावधान में “मैं भी जल रक्षक” अभियान आरंभ हुआ । इसमें ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के स्वयंसेवियों द्वारा शिमला शहर व शिमला ग्रामीण के स्कूली बच्चों को 2 घंटे की कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस दौरान बच्चों को वीडियो व क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से जल संरक्षण के टिप्स दिए गए । दिन -ब-दन पानी की बढ़ती किल्लत को देखते हुए भावी पीढ़ी को जल के महत्व से परिचित करवाया गया । उन्हें रोजमर्रा में प्रयोग होने वाले पानी की किफायत और व्यर्थ जल के दोबारा इस्तेमाल के तरीके बताए गए। शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की पाहल पंचायत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पाहल व राजकीय उच्च विद्यालय बमोत के 150 स्कूली बच्चों ने सेमिनार में भाग लिया।
इस अवसर पर मौजूद विशिष्ट अतिथि प्रतिष्ठित बागवान व समाजसेवी डीडी कश्यप ने बच्चों के साथ पर्यावरण व जल संरक्षण के अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने स्कूल के प्रांगण में चंदन व अन्य औषधीय पौधों का निरीक्षण भी किया।
कार्यशाला के अंत में प्रतिभागी बच्चों को ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ व ‘जल प्रबंधन व प्लंबिंग स्किल काउंसिल’ की ओर से प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए ।