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भाजपा प्रवक्ता व विधायक बलवीर वर्मा ने ढली टनल के उद्घाटन पर उठाए सवाल, राज्य सरकार को केंद्र की योजनाओं की वाहवाही लूटने के लिए बताया बेसब्र

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प्रदेश की कांग्रेस सरकार भाजपा की स्मार्ट सिटी योजना को भुनाने के लिए आनन फानन में अपने नाम की पाटिका लगती नजर आ रही है। भाजपा विधायक व प्रवक्ता बलवीर वर्मा ने पिछले कल प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा ढली टनल का उद्घाटन पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि हमारी सरकार ने बहुत तीव्रता से इस टनल को बनाया है।

उन्होनें कहा कि देश प्रधानमंत्री मोदी ने 25 जून 2015 को स्मार्ट सिटी योजना की देश के 100 शहरों के लिए शुरू की थी। जिसमें हिमाचल प्रदेश के दो शहर शिमला और धर्मशाला इस योजना के अंर्तगत थे। उसी के तहत केंद्र सरकार से सारा पैसा आया था। उन्होनें मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि अंग्रेजों ने 1857 समय के आसपास ढली टनल बनाई थी और साथ ही में शिमला की ज्यादातर सड़कें भी अंग्रेजों ने बनाई थी।

उन्होनें कहा कि कांग्रेस प्रदेश में इतने सालों सत्ता में रही और कोई भी काम शिमला शहर के अंदर कांग्रेस सरकार ने नहीं किया। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शिमला शहर को बहुत पैसा मिला है जिसके तहत ढ़ली टनल का निर्माण भी हुआ। उन्होनें कहा कि यह देश के अंदर पहली टनल है, जो इतनी जल्दी तैयार हुई है। देश के अंदर कोई भी टनल आज से पहले इतनी जल्दी तैयार नहीं हुई। पूर्व में रहे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 2022 मार्च में इसका फाउंडेशन स्टोन रखा था और पूर्व भाजपा सरकार में ही एक छोर से दूसरे छोर को मिली थी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में ही जयराम ठाकुर ने इसका निरीक्षण किया था और स्पॉट पर जाकर पैराफिट आदि बनाने के आदेश दिए थे। कांग्रेस सरकार ने तो सिर्फ उसमें पेंट किया व चित्रकला की है और गेट सजाये हैं। पूरी टनल तो भाजपा सरकार के कार्यकाल में बनी है।

उन्होंने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के मंत्री, विधायक और मुख्यमंत्री ऐसे ब्यान देते हैं जिसका कोई प्रमाण नहीं है, और तथ्य से परे है। उन्होने कहा कि हिमाचल प्रदेश के अंदर अगर भारत सरकार की योजनाएं और उसके पैसे न आए तो हिमाचल प्रदेश के सभी डेवलपमेंट बंद हो जाएगें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 2675 करोड़ रूपये हिमाचल प्रदेश को मिला है, इसी राशि से लोक निर्माण विभाग चला है। सीआरएफ सेंटर रोड फंड से हिमाचल प्रदेश को पैसे मिले हैं। नेशनल हाइवे से हिमाचल प्रदेश को पैसे मिले हैं और नाबार्ड से हिमाचल प्रदेश को लोन विधायक प्राथमिकता में मिला हैं वह भी केंद्र सरकार से मिला है। फोर लाइन का पैसा भी सेंट्रल गवर्नमेंट से मिल रहा है। उन्होनें कहा कि पीडब्लयूडी विभाग में सभी डेवेलपमेंट सेंटर गवर्नमेंट के पैसे से हो रही हैं, और जल जीवन मिशन के तहत होने वाले सभी कार्य भी केंद्र सरकार की मदद से पूरे हो रहें हैं। हिमाचल प्रदेश को शिमला शहर के लिए जब 500 करोड़ रूपये मिले थे तो उसी में ही 58 करोड़ रूपये की एनडीएस भाजपा सरकार में हुई थी, और इसमें 53 करोड़ के करीब-करीब टनल में खर्चा हुआ है और 12 करोड़ के करीब इसकी साइड डवेल्पमेंट के लिए खर्चा हुआ है। उन्होंने कहा अभी भी पूरी तरह से साइड डवेल्पमेंट नहीं हुई है। उसका अभी भी कार्य चला हुआ है, कांग्रेस सरकार ने तो आनन फानन में कल उसका उद्घाटन कर दिया।

बलवीर वर्मा ने कड़े शब्दों में कहा कि कांग्रेस ने जहां एक गैंती तक नहीं चलाई वहां का भी श्रेय लेने का कार्य कर रही है। उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई की प्रदेश में अभी कांग्रेस की सरकार है और उन्हें ये समझ नहीं आ रहा की अपने नाम की पाटिका लगाने कि क्या जल्दी लगी है कि टनल के कार्य को पूरा होने का इंतजार तक नहीं कर पर रही है।

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