हर्ष की लगी लॉटरी पहुंचे संसद, मनु सिंघवी के हाथ लगी निराशा हार से सुक्खू भी सकते में
राज्यसभा के लिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच हुआ मुकाबला बेहद रोमांचक रहा विधानसभा में कांग्रेस 40 विधायकों के साथ जहां पूर्ण बहुमत में है बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी ने हर्ष महाजन को कांग्रेस के दिग्गज नेता अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार कर एक बड़ा जुआ खेला था। हर कोई भाजपा के इस पैंतरे से हैरान था लेकिन आज चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस के 6 विधायकों ने पाला बदलकर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया उससे कांग्रेस की किरकिरी तो हुई ही साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेता मनु सिंघवी को भी हार का मुंह देखना पड़ा। राज्यसभा सांसद के लिए हुए इस चुनाव में दोनों प्रत्याशियों को 34 – 34 वोट पड़े और फिर फैसला लॉटरी से किया गया और विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए हर्ष महाजन के हाथ जीत की लॉटरी लग गई । कांग्रेस के 6 विधायकों ने जिस तरह से पाला बदलकर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया है उससे हर कोई हैरान है लेकिन इसमें देखने वाली बात यह है कि कांग्रेस के ये सदस्य इस बात से नाराज थे कि बाहरी व्यक्ति को राज्यसभा के लिए हिमाचल से भेजा जा रहा है या फिर मंत्रिमंडल में जगह न मिलने और सरकार में सुनवाई न होने से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से नाराज है । खैर वजह जो भी हो कांग्रेस खासकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ बड़ा खेल तो हो ही गया है अब उन्हें भविष्य में अपनी सरकार को बचाने और 5 साल का कार्यकाल पूरा करने की चुनौती रहेगी। वैसे भी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हुए शय मात के इस खेल में सरकार को मिली मात कांग्रेस के लिए चिंता का बड़ा सबब तो है ही साथ भाजपा राज्य सरकार पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने में कामयाब रही है ।