शिमला में राष्ट्रीय जल जीवन मिशन और आईआईआरडी के संयुक्त तत्वावधान में चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित ,जल के महत्व और बचत के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र में हर घर तक पानी पहुंचाने सम्बन्धी दी जा रही है जानकारी
जल से ही जीवन है इसे देवता का नाम और स्थान प्राप्त है जल का संरक्षण और इसकी उपलब्धता को सुनिश्चित बनाने के लिए सरकार की प्राथमिकता जल जीवन मिशन के तहत सम्पूर्ण करने की है इसके लिए इस मिशन से जुड़े लाभार्थियों में से चयनित वयक्तियो को ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है
इसि कड़ी में राजधानी शिमला के शनान स्थित आईआईआर डी के कार्यालय में राष्ट्रीय जल जीवन मिशन और आईआईआरडी दवारा चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला ( L-2)
Training of Trainers (TOT) For Creating Pool Of Department Resources Person At District Block And GP Level का आयोजन किया जा रहा है जिसमें 44 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। शिविर में प्रतिभागियों को गाँव तक स्थाई रूप से पानी पहुचाने कि व्यवस्था करने और पानी की बचत को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ये प्रतिनिधि गाँव में जाकर लोगों को प्रशिक्षण देंगे ।
सत्र के पहले दिन आईआईआर डी के मुख्य प्रबंध निदेशक डॉ.एल सी शर्मा ने कहा कि जल जीवन मिशन केंद्र सरकार की योजना है, जिसमें 2024 तक हर ग्रामीण के घर तक पानी का कनेक्शन दिया जाएगा। मिशन का उद्देश्य लोगों के जीवन स्तर को बेहतर करना और जीवन जीने को आसान बनाना है। योजना के तहत जल स्रोतों में पानी के स्तर में गिरावट, पानी की खराब गुणवत्ता, ग्रामीण स्तर पर आधारभूत संरचना की कमी, रख-रखाव का खराब प्रबंधन, संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल की कमी जैसी चुनौतियों को समग्र रूप से दूर करने की योजना बनाई गई है ताकि सभी क्षेत्रों को मांग के अनुसार पानी पहुंचाया जा सके।