रोहतांग सुरंग से हटाई गई सोनिया गांधी की शिलान्यास पटिका को पुनर्स्थापित न करने पर कांग्रेस उतरेगी सड़कों पर
1 min readशिमला,4 जुलाई. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव प्रदेश मामलों के सह प्रभारी संजय दत्त ने केंद्र व प्रदेश भाजपा सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने रोहतांग टनल में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की शिलान्यास पटिका को जल्द पुनर्स्थापित नही किया तो कांग्रेस इसके खिलाफ आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार ने कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के बाद भरोसा दिया था कि उसे जल्द ही उसी स्थान पर पुनः स्थापित कर दिया जाएगा पर यह अभी तक स्थापित नही की गई है।उन्होंने कहा कि हाल ही में उन्होंने स्वम् इस जिले का दौरा किया है और पाया है कि इस पटिका को निकाले जाने की यहां आम लोगों में नाराजगी है तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी बड़ा रोष है।
दत्त ने कहा है कि भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार ने इतिहास से छेड़छाड़ की जो परम्परायें शुरू की है वह पूरी तरह निदनीय है।उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के कार्यकाल में बनाई गई संस्थाओं एवं उपक्रमों को केंद्र की सरकार अपने राजनैतिक लाभ के लिए भाजपा बेचने का काम कर रही है।
संजय दत्त ने कहा है कि रोहतांग टनल तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व यूपीए सरकार की देन है।उन्होंने कहा कि देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने इस टनल निर्माण के लिए समुचित बजट स्वीकृति कर तत्कालीन यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 28 जून 2010 को इस सुरंग की आधारशिला तत्कालीन इस्पात मंत्री प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की उपस्थिति में मनाली के धुंधी, दक्षिण छोर में रखी थी।
उन्होंने कहा कि पिछले साल 3 अक्टूबर 2021 को प्रधानमंत्री के इस टनल के उदघाटन पर इस पटिका को यहां से गायब कर भाजपा ने अपनी ओछी राजनीति का परिचय दिया है।उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी राजनैतिक दल की सरकारें आती है, जाती है पर उनके कार्यो की पटिकाओ को इस प्रकार से हटाना या उनसे किसी भी प्रकार की छेड़ छाड़ करना लोकतंत्र का घोर अपमान है जिसे कदापि सहन नही किया जा सकता।
संजय दत्त ने कहा है कि कांग्रेस अपने नेताओं का अपमान सहन नही करेगी।उन्होंने कहा है रोहतांग टनल के निर्माण में भाजपा का कोई भी योगदान नही रहा है।उन्होंने कहा है कि भाजपा का इस टनल के उदघाटन और इसके नामकरण का ही योगदान है।उन्होंने कहा है कि कांग्रेस को इसपर भी कोई आपत्ति नही है,उन्हें आपत्ति तो इसकी शिलान्यास पटिका का हटाने की है,जिसे जल्द उसी स्थान पर स्थापित किया जाना चाहिए।