शिक्षा विभाग स्कूलों में सिखाएगा योग,आर्ट ऑफ लिविंग के साथ मिलकर शुरू किया अभियान
1 min readकोरोना काल में पूरे विश्व ने योग की अहमियत को बखूबी जाना है । ऐसे में प्रदेश शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और गैर शिक्षकों को योग प्राणायाम सिखाने की पहल की है । शिक्षा विभाग और आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों और अध्यापकों के लिए दिन मैं 3 सत्र में योग और प्राणायाम सिखाया जाएगा । आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक इन योगिक क्रियाओं को सुबह 6:30 से 7:00 बजे, दोपहर 11:30 बजे से 12:00 बजे तक और शाम को 6:30 से 7:00 बजे तक तीन सत्रों में सिखाएंगे। शिक्षा विभाग ने इसे विद्यार्थियों,शिक्षकों और गैर शिक्षकों सभी के लिए अनिवार्य किया है । शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने इसका शुभारंभ करते हुए कहा कि योग ने कोरोना काल में अपनी महता को दिखा दिया है । उन्होंने कहा कि योग,प्राणायाम और ध्यान से शारीरिक,मानसिक और बौद्धिक विकास होता है साथ ही इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग हर घर पाठशाला कार्यक्रम के माध्यम से भी बच्चों को whats app के माध्यम से योग सीखने का कार्य करेगा । आर्ट ऑफ लिविंग की राज्य मीडिया समन्वयक तृप्ता शर्मा ने बताया कि कोरोना काल मे गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी के विशेष आह्वान पर संस्था के प्रशिक्षकों ने निःशुल्क ऑनलाइन योग शिविर आयोजित कर लाखों लोगों को योग प्राणायाम और ध्यान की क्रियाएं करवाईं। इसके अलावा राज्य सरकार, आयुष मंत्रालय और विभिन्न विभागों के साथ मिलकर अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं, स्वास्थ्य, शिक्षा,पुलिस और हिमाचल पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों व अधिकारियों को योग प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि संस्था के सैंकड़ों प्रशिक्षक इस नए प्रोजेक्ट के साथ काम करने को लेकर पूरी तरह तैयार और उत्साहित हैं।