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राष्ट्रीय लोकनीति पार्टी ने बागवानों के हितों को लेकर उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा पांच सूत्री मांग पत्र-बागवानी मंत्री के खिलाफ खोला मोर्चा

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राष्ट्रीय लोकनीति पार्टी खुलकर बागवानों के साथ आ गई है। सेब मार्केट में सेब के दाम गिरने और बागवानी मंत्री के बयानों के विरोध में पहले पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अब मुख्यमंत्री को अपना पांच सूत्री ज्ञापन उपायुक्त के माध्यम से प्रेषित किया। पार्टी ने अपने ज्ञापन में जिन पांच मांगों का ज़िक्र किया है वो इस प्रकार है।

  1. बागवानी मंत्री के लगातार बेतुके बयानों से बागवानों का मनोबल टूटा है अतः बागवानों के आग्रह पर मंत्री महोदय से बागवानी विभाग वापस लिया जाए।
  2. सेब मंडी में गिरावट का एक कारण मार्किट इंटरवेंशन स्कीम (MIS) के तहत खरीदा गया सेब मार्केट में बेचा जाना भी है। एम्आईएस की खरीद में सी ग्रेड क़्वालिटी का सेब होता है और इसे बेचने से सेब मार्किट में गिरावट आ रही है अतः इसे प्रोसेसिंग प्लांट में ही भेजा जाए, मार्किट में नहीं।
  3. हिमाचल के सेब को भी लगत के दोगुने के हिसाब से MSP के दायरे में लाया जाए। ताकि बागवानों की मार्केट पर अनिश्चितता समाप्त हो सके।
  4. सरकार द्वारा सेब पर इंपोर्ट ड्यूटी कम करने के कारण भी सीजन के बीच में विदेशी सेब आने से बहुत असर पड़ रहा है अतः सेब के आयात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार से इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की सिफारिश की जाए।
  5. प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आढ़ती और लदानी (सेब बायर) द्वारा सेब की पेमेंट न दिए जाने के मामले सामने आ रहे है। सेब आढ़तियों की भांति लदानी (सेब बायर) का भी पंजीकरण व् सत्यापन करवाया जाए और उनसे बैंक गारंटी ली जाए ताकि बागवानों के खून – पसीने की कमाई को कोई न हड़प सकें। ।

राष्ट्रीय लोकनीति पार्टी ने सरकार को चेताया है कि 7 दिनों के अंदर अगर उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो हमें मज़बूरन जनहित में सड़क पर उतरना पड़ेगा, क्योंकि पार्टी के लिए जनता का हित ही सर्वोपरि है और पार्टी को उसके लिए जो भी आवश्यक होगा उसके प्रति कृतसंकल्प है।

इस अवसर पर राष्ट्रीय लोकनीति के प्रदेश सलाहकार बोर्ड प्रभारी नंदी वर्धन जैन, राष्ट्रीय कोर वर्किंग कमिटी के सदस्य आनंद नायर, एस पी शर्मा और राजपूत आशिमाव वर्मा, अजय कल्याण आदि पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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