पहले भाजपा के टिकट से और अब प्राथमिक सदस्यता से भी गए चेतन बरागटा, पार्टी ने 6 वर्ष के लिए किया निष्कासित
1 min readपूर्व बागवानी मंत्री नरेंद्र ब्रागता के निधन के बाद खाली हुई जुब्बल कोटखाई विधानसभा क्षेत्र की सीट पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा पूरी तरह से दो फाड़ हो चुकी है । पहले चुनाव में पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनाए जाने के आश्वासन के बाद चुनावी समर में उतरने की तैयारी कर चुके नरेंद्र बरागटा के पुत्र चेतन बरागटा को टिकट ना मिलने से नाराज उनके समर्थकों ने चेतन बरागटा को चुनावी मैदान में डटे रहने की सलाह दी ।और अब वह पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी नीलम सरायक के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं । ऐसे में पूर्व अपेक्षित फैसले के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने चेतन बरागटा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है । पार्टी के टिकट का आश्वासन देने के बावजूद जिस तरह से उन्हें दरकिनार कर नीलम सरायक को टिकट दिया गया उससे बरागटा समर्थकों में गहरा रोष व्याप्त था और यही वजह थी कि उनके समर्थकों और उनके चाहने वालों ने उन्हें चुनाव मैदान में डटे रहने का फरमान जारी किया। चेतन बरागटा को पहले टिकट से और अब पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से ही हाथ धोना पड़ा है ऐसे में वे निराश तो जरूर होंगे लेकिन इस बात का सुकून उन्हें जरूर होगा कि भाजपा कार्यकर्ताओं समेत बड़ी संख्या में लोग उनके साथ खड़े हैं। इस उपचुनाव में अब चेतन बरागटा के सामने हार और जीत से ज़्यादा लोगों के समर्थन की जरूरत थी और ऐसा लग रहा है कि अभी तक उन्हें वो भरपूर मात्रा में मिल भी रहा है। भाजपा में हुए इस अचंभित करने वाले घटनाक्रम से कांग्रेस और उसके प्रत्याशी रोहित ठाकुर को बड़ी राहत मिली होगी और उन्हें विधानसभा पहुंचने की अपनी डगर आसान भी लग रही होगी ।